-इज्जतनगर पुलिस ने ट्रैक्टर को मौके से छोड़ा रिपोर्ट दर्ज करने में कर दिया खेल

-एक कांवडि़या की इज्जतनगर थाना क्षेत्र में ट्रॉली पलटने से हुई थी मौत

<-इज्जतनगर पुलिस ने ट्रैक्टर को मौके से छोड़ा रिपोर्ट दर्ज करने में कर दिया खेल

-एक कांवडि़या की इज्जतनगर थाना क्षेत्र में ट्रॉली पलटने से हुई थी मौत

BAREILLYBAREILLY:

इज्जतनगर पुलिस एक एसआई ने मौत की जांच में खेल कर दिया। सड़क हादसे में कांवडि़ये की मौत हो गई थी, जो सब इंस्पेक्टर मौके पर पहुंचे उन्होंने जांच की शुरुआत में ही इतनी बड़ी लापरवाही कर दी कि पीडि़त परिवार के होश उड़ गए। क्योंकि जांच अधिकारी की इस लापरवाही से उन्हें क्लेम नहीं मिल सकता है। पीडि़त परिवार का कहना है कि जांच में जानबूझकर ट्रैक्टर का नंबर गलत इंडोर्स किया गया है। ताकि, ड्राइवर और वाहन स्वामी को बचाया जा सके।

क्8 जुलाई को हुआ था हादसा

पीलीभीत जहानाबाद के गांव सैंजना एतमाली निवासी हरिओम गंगवार ग्रामीणों के साथ विगत क्8 जुलाई को कछला कछला जल लेने जा रहे थे। कछला के लिए एक टै्रक्टर सैंजना का जबकि दूसरा ट्रैक्टर हराभानपुर का था जिसे गुड्डू चला रहा था। दोनों ट्रैक्टर जैसे ही रिठौरा में खंडेलवाल कॉलेज के सामने पहुंचे तो ट्रॉली अनियंत्रित होकर पलट गई, जिसमें एक कांवडि़या हरिओम गंगवार की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि, करीब आधा दर्जन कांविड़या घायल हो गए। सूचना पर इज्जतनगर पुलिस मौके पर पहुंची, पुलिस ने कांवडि़यों के ट्रैक्टर को आगे रवाना करने के बाद परिजनों को सूचना दी। परिजनों ने बताया कि वह जब मौके पर पहुंचे तब तक पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

मुकदमा दर्ज करने में किया खेल

हरिओम की मौत की सूचना पर परिवार वाले पोस्टमार्टम के बाद थाने पहुंचे और टै्रक्टर ड्राइवर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की मांग की। परिजनों का आरोप है कि थाना पुलिस के एसआई ने मौके पर पहुंचने के बाद भी ट्रैक्टर समेत ड्राइवर को भगा दिया था। जब परिजनों ने मुकदमा कराने की मांग की तो पुलिस ने मुकदमा तो दर्ज कर लिया, लेकिन ट्रैक्टर के नम्बर की जगह बाइक का नम्बर यूपी-ख्भ् एल 99फ्9 दर्ज कर दिया। आरोप है पुलिस ने इस मामले में अभी तक ट्रैक्टर चालक और ओनर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।

ऐसे हुअा खुलासा

पुलिस ने मामला दर्ज करने के बाद अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की तो परिजन परेशान होकर कोर्ट पहुंचे और क्लेम के लिए प्रार्थना पत्र दिया। प्रार्थना पत्र में जब अधिवक्ता ने ट्रैक्टर के नम्बर का वेरिफिकेशन किया तो वह ट्रैक्टर का नम्बर नहीं था। बल्कि पीलीभीत की एक बाइक का नम्बर निकला। ट्रैक्टर से हादसा और बाइक का नम्बर दर्ज होने पर परिजनों का क्लेम भी फंस गया। इससे परेशान परिजन जब थाना पहुंचे और एसएचओ से नम्बर ठीक कराने की मांग की तो पुलिस ने उसे टरका दिया। परिजनों ने पुलिस पर धांधली का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि पुलिस ने मामला पैसा लेकर रफा-दफा करने की नीयत से ट्रैक्टर की जगह बाइक का नम्बर दर्ज कर दिया है। इसीलिए पुलिस ने आज तक ट्रैक्टर ड्राइवर और ओनर के खिलाफ कोई कार्रवाई नीं की।

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जिस ट्रैक्टर से हादसा हुआ था उसमें कांवडि़या थे, इसीलिए उसे तुरंत जाने दिया था। बाद में परिजनों के कहने पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया था, लेकिन चूक वश ट्रैक्टर का नम्बर गलत दर्ज हो गया था। उसे ठीक करा दिया जाएगा।

सिद्धांत शर्मा, चौकी इंचार्ज अहलादपुर