- आईटीसी क्लेम के लिए विभाग ने शुरू किया फ‌र्म्स का सत्यापन

- फर्म से जुड़ी हर जानकारी जुटाई जा रही, शासन को भेजी जाएगी रिपोट

kanpur@inext.co.in

KANPUR। आईटीसी क्लेम के लिएअप्लाई करने वाली करीब ख्0 हजार फ‌र्म्स पर ट्रेड टैक्स विभाग की नजरें टेढ़ी हैं। विभाग इन फ‌र्म्स की सारी जानकारी जुटा रहा है। शासन की ओर से जिले में आईटीसी (इनपुट टैक्स क्रेडिट)क्लेम के सत्यापन के निर्देश मिले हैं।

बड़े पैमाने पर आ रही थीं शिकायतें

फर्जी फ‌र्म्स की खोजबीन के लिए कमिश्नर मृत्युंजय कुमार ने पूरे प्रदेश के सभी जोन में आईटीसी क्लेम के सत्यापन का अभियान चलाया है। बड़े पैमाने पर आईटीसी में होने वाले खेल की शिकायतें आ रही थीं। कानपुर जोन में भी सभी तीस खंडों में यह कवायद शुरू हो गई है। यहां लगभग ख्0 हजार से ज्यादा फ‌र्म्स इस अभियान के तहत जांची-परखी जा रही हैं। कमिश्नर ने जल्द से जल्द सत्यापन रिपोर्ट बनाने को कहा है। इस अभियान के तहत होने वाली कार्रवाई की रिपोर्ट अन्त में मुख्यालय भेजी जाएगी।

क्या है आईटीसी क्लेम

आईटीसी क्लेम अधिक जमा किए गए वैट टैक्स में होने वाली वापसी है। दरअसल व्यापारी अगर कोई सामान किसी दूसरे राज्य से लाकर सिटी में बेचता है तो उसे उस राज्य को वैट देना होता है। जब कोई वस्तु व्यापारी किसी दूसरे व्यापारी को बेचता है तो फिर माल पर वैट विभाग को दिया जाता है। जो की उसकी शुरुआत की कास्ट पर लगता है लेकिन दुबारा वैट दूसरे व्यापारी के प्रॉफिट पर लगना चाहिए। इसलिए विभाग टैक्स तो ले लेता है लेकिन फिर उस व्यापारी को आईटीसी क्लेम के रूप में वापस करता है।

इसलिए होती है वापसी

आईटीसी क्लेम कोई एडजस्टमेंट तो कोई कैश के रूप में वापस लेता है। साल के अंत में आईटीसी क्लेम जब वापस होता है तो व्यापारी इसे ज्यादातर एडजस्टमेंट में डाल देते हैं। कुछ व्यापारी इसकी रकम एकाउंट में भी डाल देते हैं। अगर किसी व्यापारी ने 90 रुपए की कोई वस्तु ली है। उस पर क्0 रुपये प्रॉफिट व क्0 प्रतिशत वैट लगा। फिर उस वस्तु को क्क्0 रुपए में किसी दूसरे व्यापारी को बेंच दिया। उस व्यापारी ने उसमें क्0 रुपए प्रॉफिट जोड़ा तो उस वस्तु की कीमत क्ख्0 रुपए हो गई। अब जब इस वस्तु पर वैट लगेगा। तो वो वैट क्ख्0 रुपए लगकर क्ख् रुपए होगा। वस्तु की कीमत क्फ्ख् रुपए हो जाएगी। इसलिए 90 रुपए पर लिए गए वैट को इस दूसरे व्यापारी के आईटीसी क्लेम के रूप में वापस किया जाएगा।

क्लेम के नाम पर बड़े-बड़े खेल

आईटीसी क्लेम के नाम पर सिटी में बड़े-बड़े खेल किए जाते हैं। विभागीय सूत्रों ने बताया कि आईटीसी क्लेम में तमाम फर्जी फ‌र्म्स काम कर रही हैं। ये फ‌र्म्स नहीं बल्कि सिर्फ बिलिंग के नाम पर चलती हैं। माल सीधे क्रेता तक पहुंचता है लेकिन बीच में तमाम तरह की फर्जी बिलिंग होती है और आईटीसी क्लेम लिया जाता है। बीच में जितने ज्यादा व्यापारी होते हैं क्लेम की एमाउंट उतनी ही बढ़ जाती है। इसलिए व्यापारी सीधे तौर पर माल बेचने की जगह बीच में कई फर्जी फ‌र्म्स के नाम से बिलिंग करा लेते हैं। जिससे आईटीसी क्लेम कर सकें।