Ranchi : मंगलवार को सुबह से देर रात तक धनतेरस बाजार में ट्रेडिशनल शॉपिंग का भी आलम बना रहा। ऐसी मान्यता है कि धनतेरस पर सोना-चांदी के बर्तन खरीदने से भगवान विष्णु और लक्ष्मी का वास होता है। कार्तिक का महीना भगवान विष्णु की उपासना के लिए शुभ समय माना जाता है ऐसे में लोगों ने इस दिन न सिर्फ घर के दरवाजे व आंगन में दीप जलाने की रस्म निभाई, बल्कि पूजा-पाठ से जुड़े सामानों की भी खरीदारी की।

सोना-चांदी से स्टील तक के बिके बर्तन

धनतेरस पर सोना-चांदी से लेकर कांसा और स्टील के बर्तन का जमकर कारोबार हुआ। अपर बाजार, रातू रोड, हरमू रोड और कोकर बाजार समेत कई और इलाकों में बर्तन की दुकानों पर लोगों की भीड़ लगी रही। इसके अलावा अस्थायी रुप से लगाई गईं बर्तन की दुकानों पर भी लोगों ने अपने पसंद के बर्तन की खरीदारी की। धनतेरस के दिन बर्तन खरीदकर अपने घरों में रखने की परंपरा के साथ सुख, समृद्धि और शांति को बनाए रखने की कामना लोगों ने की।

श्रद्धालुओं ने खरीदी लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति

धन कुबेर और लक्ष्मी पूजन के लिए धनतेरस के दिन ही लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियों को खरीदने का प्रचलन रहा है। इसके अलावा इस दिन यमराज की पूजा अर्चना व कुबेर, इंद्र की प्रतिमा खरीदने का भी अपना महत्व है। इसके अलावा पोटली पूजा, कुबेर पूजा के पैकेट भी खूब बिके। इसके अलावा मोर के पंख और लक्ष्मी के पैर, मिट्टी के दीये और लालटेन खरीदने में भी श्रद्धालुओं की ि1दलचस्पी रही।

डिमांड में झाड़ू

धनतेरस पर झाड़ू खरीदने का भी रस्म है। गौरतलब है कि धनतेरस-दीपावली के पहले घर की साफ-सफाई करने के साथ सजावट की जाती है। ऐसे में पुरानी झाड़ू को हटाकर नई झाड़ू खरीदने की परंपरा है। ऐसे में ऐसे में इस शुभ मौके पर लोगों ने झाड़ू खरीदे.जहां फूल झाड़ू तीस रुपए से लेकर साठ रुपए तक में बिका, वहीं नारियल झाड़ू की कीमत भ्0 से 80 रुपए के बीच रही। झाड़ू की डिमांड ऐसी थी कि कुछ दुकानों में देखते ही देखते झाड़ू का स्टॉक खत्म हो गया।