रोड़ा न6बर-1

चौकाघाट रेलवे ओवरब्रिज का ए1सटेंशन कार्य

सुबह 8 से 11 बजे तक निर्माण कार्य के लिए ट्रैफिक डायवर्जन लागू था जो करीब 12 बजे तक रहा। नतीजा अंधरापुल के दोनों तरफ ट्रैफिक ओवरलोडेड हो गया।

रोड़ा न6बर-2

तेलियाबाग मेन तिराहे पर टेलीफोन जं1शन बा1स के टूटे ढक्कन को फिर से बनाने के काम के लिए की गई बैरकेडिंग ने रास्ते को काफी सकरा कर दिया जिससे स्थिति 2ाराब रही।

ट्रैफिक में रविवार को 5ाी सब दि2ो लाचार

-चौकाघाट रेलवे ओवरब्रिज के काम लिए बंद हुई रोड तो बिगड़े हालात

- तेलियाबाग तिराहे पर चल रहे काम के स्थिति को और किया 2ाराब

-वाहनों की लगी लंबी कतार, जाम में घंटो फंसे लोगों की हुई फजीहत

VARANASI

बनारस शहर की एक कहानी आम। जाम जाम और बस जाम। रविवार को भी बनारसियों ने जबरदस्त जाम झेला। वैसे तो जाम के कई कारण हैं पर रविवार को लगे जाम का सबब बना चौकाघाट रेलवे ओवर ब्रिज को निर्माण कार्य के लिए ट्रैफिक डायवर्जन जिसने शहर के एक बड़े हिस्से की हालत खराब कर दी। जाम के इस कोढ़ में खाज बना तेलियाबाग तिराहे पर अंडरग्राउंड टेलीफोन जंक्शन बॉक्स का निर्माण कार्य। जंक्शन बॉक्स के टूटे हुए लोहे के ढक्कन को बदलने लिए की गई घेरे बंदी ने इस तिराहे को जरूरत से ज्यादा सकरा कर दिया। जिसने वैकल्पिक व्यवस्था को भी ध्वस्त कर दिया।

नदेसर पर बढ़ा दबाव

चौकाघाट पुलिस से तेलियाबाग रोड पर सुबह आठ से 11 बजे तक आवागमन पूरी तरह से बंद था। इसके चलते वाहनों का सारा दबाव नदेसर मार्ग पर आ गया। जबकि नदेसर की ओर कैंट तथा तेलियाबाग की ओर आने वाले वाहन अलग ही जाम में फंसे। आलम यह रहा कि नदेसर, चौकाघाट, तेलियाबाग, फातमान, सिगरा, कैंट से जुड़े इलाकों में लोग अपने वाहनों पर बैठ कर रेंगने को मजबूर हुए। जाम के चलते खड़े वाहनों ने दो किलोमीटर तक लंबी कतार लगा दी।

बेचारी पब्लिक हुई परेशान

रविवार का दिन था। सड़कों पर ट्रैफिक कम होने के बावजूद लोगों ने खासी परेशानी झेली। एंबुलेंस मरीज को लेकर सही समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पाए और सही समय पर स्टेशन न पहुंचने के चलते कितनों ने ही अपनी ट्रेन मिस कर दी। सुबह तो हालात सामान्य थे पर दस बजते बजते स्थिति पर से ट्रैफिक पुलिस का नियंत्रण खत्म होने लगा। जाम की स्थिति यह रही कि सुबह से सड़कें जो वाहनों से पैक हुई तो दोपहर बाद तक कोई परिवर्तन नहीं दिखा। फिर थोड़ी देर के लिए जाम के बादल छंटे लेकिन कुछ ही देर बाद सड़कों को जाम ने एक बार फिर अपने आगोश में ले लिया।

लगन ने भी किया कबाड़ा

एक तो जाम का झाम उस पर से लगन की अगन। दोनों का मिला-जुला असर रहा और शहर के यातायात व्यवस्था का कबाड़ा हो गया। बड़ी संख्या में बाहर से बसें भी शहर में आयीं। छोटे चार पहिया वाहनों की संख्या भी अधिक रही जिससे दोपहर बाद स्थिति और भी खराब हो गयी। तेलियाबाग पर काम तो खत्म हो गया लेकिन जंक्शन बॉक्स को सुरक्षित रखने के लिए उसके अगल बगल बैरीकेडिंग कर दी गयी। इससे फिर वही सुबह वाली स्थिति पैदा हो गई।

ट्रैफिक पुलिस की कवायद फेल

बनारस की ट्रैफिक पुलिस यहां की व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए काफी प्रयास कर रही है पर उसके सारे प्रयास नाकाफी ही साबित हो रहे हैं। रूट डायवर्जन से लेकर तमाम तरह के प्रयास सड़कों पर अतिक्रमण, विकास कार्य और जाम के दूसरे बहानों की भेंट चढ़ जा रहे हैं। रविवार को भी ट्रैफिक पुलिस के जवान यातायात व्यवस्था को बेहतर करने के लिए पूरे जी जान से जुटे रहे पर उनकी एक नहीं चली। जाम लगा और जम कर लगा।

जाम के कुछ कारण

-सड़कों पर दुकानदारों का अतिक्रमण

-फुटपाथ पर लगने वाला अवैध बाजार

-विकास के नाम पर चल रहे कार्य

-बड़े वाहनों का अनाधिकृत प्रवेश

-ट्रैफिक रूल्स की अनदेखी

-सड़क व दूसरे मरम्मत के कार्य

बॉक्स

रात में क्यों नहीं करते काम

पब्लिक जाम में फंसी तो उसका गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने कुछ लोगों से बात की। अधिकतर ने कहा कि अगर सड़क की मरम्मत या कोई दूसरा काम जिसके चलते यातायात प्रभावित होता है उसे दिन में कराने की बजाय रात में ही कराना चाहिए।

इस शहर में व्यवस्था नाम की कोई चीज ही नहीं है। अगर जंक्शन बॉक्स दुरुस्त करना था तो रात में करते। दिन में करने की क्या जरूरत थी।

बनारस का प्रशासन पूरी तरह नाकारा है। उसे पब्लिक की परेशानी से कोई मतलब नहीं है। क्योटो से लेकर कहां कहां तक रिसर्च कर आये लेकिन स्थिति में कोई सुधार नहीं दिख रहा है।

सरकारी काम में बाधा के लिए दंड का प्रावधान है उसी तरह पब्लिक को होने वाली परेशानी के लिए अधिकारियों के लिए दंड निश्चित हो तभी स्थिति में सुधार होगा।

अभी डीएम या कमिश्नर साहब जाम में फंसे तो सारी व्यवस्था सुधर जायेगी लेकिन ऐसा होता नही है। बेचारी झेलती तो सिर्फ पब्लिक ही है।

लगता है हम शहर में नहीं गांव में रह रहे हैं। सड़क जाम रहती है और या जब खाली रहती है तो उस पर धूल उड़ती रहती है।

चौकाघाट रेलवे ओवरब्रिज पर काम होने के चलते चार घंटे के लिए ट्रैफिक को डायवर्ट किया गया था। इधर तेलियाबाग चौराहे पर भी कुछ काम होने के कारण यातायात प्रभावित हुआ। हालांकि पूरे दिन सामान्य स्थिति ही रही।

सुरेश चंद्र रावत, एसपी ट्रैफिक