- पीपीपी मॉडल पर कमिश्नरी कंपाउंड और टाउनहॉल में बनेगी बिना कंक्रीट की मल्टी लेवल पार्किंग

- टाउनहॉल में हाइड्रोलिक लिफ्ट ले जाएगी वाहनों को छह मंजिल तक

VARANASI

शहर में कहीं भी चले जाइये एक समस्या जो सबको फेस करनी पड़ती है वो है कि गाड़ी कहां खड़ी की जाए। ऐसे में एक चीज जो सबसे ज्यादा कचोटती वो है पार्किंग का न होना।

लेकिन अब शहर के भीड़भाड़ भरे बाजारों में यहां-वहां खड़ी गाडि़यां आने वाले दिनों में बीते जमाने की की बात होगी। पीपीपी मॉडल पर वीडीए शहर में मल्टी लेवल पार्किंग के लिए एक अहम प्रयोग करने जा रहा है। 'स्टील ट्रस' पार्किंग का यह प्रयोग शहर को एक नई तकनीक से रूबरू कराएगा। साथ ही पार्किंग की समस्या का बेहतर समाधान भी होगा।

कमिश्नरी में तीन, टाउनहॉल में छह मंजिल

वीडीए ने कमिश्नरी और टाउनहॉल में स्टील ट्रस मल्टी लेवल पार्किंग की तैयारी पूरी कर ली है। प्लान के मुताबिक कमिश्नरी कंपाउंड के सड़क की तरफ खाली पड़ी 5 हजार स्क्वॉयर फीट जमीन पर तीन मंजिला पार्किंग बनायी जाएगी। इसमें 600 चार पहिया और एक हजार दो पहिया वाहनों को रखने की व्यवस्था होगी। सर्किट हाउस की सुरक्षा के बाबत पार्किंग के उस हिस्से में मजबूत जाली लगाई जाएगी। ताकि किसी तरह की फोटोग्राफी या लांग रेंज शूटिंग न हो सके। टाउनहॉल की पार्किंग को 6 मंजिला बनाया जाएगा। जगह की कमी के कारण इसमें हाईड्रोलिक लिफ्ट की व्यवस्था की गई है। यह लिफ्ट वाहनों को पहली से छठवीं मंजिल तक पहुंचाएगी। इस पार्किंग में 200 कारें और 1200 बाइक्स को पार्क किया जा सकता है।

ट्रैफिक होगा स्मूद

दोनों मल्टीलेवल पार्किंग तैयार होने के बाद कचहरी और टाउनहॉल क्षेत्रों से ट्रैफिक का टेंशन काफी हद तक कम होने की उम्मीद है। कचहरी की तरफ आने वाले अधिवक्ताओं, वादकारियों और सरकारी अफसरों के वाहन कमिश्नरी की पार्किंग में खड़े होंगे तो टाउनहॉल की पार्किंग में चौक तक के वाहन खड़े किए जा सकेंगे।

क्या है स्टील ट्रस

बिल्डिंग इंडस्ट्री में यह एक नए तरीके का प्रयोग है। इसमें पूरी इमारत में कंक्रीट का प्रयोग नहीं किया जाता। इसे स्टील के गार्डरों और नट-बोल्ट के जरिए कई मंजिलों तक ताना जाता है। स्लैब और गलियारे भी स्टील की मजबूत चादरों से बनाए जाते हैं। यह कम खर्च और थोड़े जगह में तैयार हो जाता है। जरूरत पड़ने पर इसे हटाया भी जा सकता है। भूकंपरोधी होने के कारण अमेरिका, चीन, जापान समेत तमाम देशों में अब भवन इसी तकनीक से बनते हैं।

बयान

शहर में कुल तीन जगहों पर यह मल्टीलेवल पार्किंग बननी है। निर्माण में 20 करोड़ रुपये तक का खर्च आने का अनुमान है। शहर को जाममुक्त करने को लेकर प्रयास किया जा रहा है। जिसे सफल बनाने के लिए शहरियों का सपोर्ट जरूरी है।

विशाल सिंह, वीडीए सचिव