- एक दिसंबर से लागू होगी नई वर्दी, बीएसपी सरकार के फैसले को फिर मिली हरी झंडी

LUCKNOW

सरकार बदलने के साथ ही प्रदेश की ट्रैफिक पुलिस की वर्दी बदलने की परंपरा जारी है। योगी सरकार ने पूर्ववर्ती सपा सरकार के फैसले को पलटते हुए ट्रैफिककर्मियों की पैंट का रंग खाकी से बदलकर नीला करने का आदेश दिया है। वर्दी में यह बदलाव एक दिसंबर से लागू होगा। इस वर्दी के लिये ट्रैफिककर्मियों को हर साल 2250 रुपये मिलेंगे।

अलग पहचान का दिया हवाला

डीजीपी सुलखान सिंह ने ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की अलग पहचान का हवाला देते हुए यह फैसला किया है। डीजीपी की अध्यक्षता में हुई बैठक में वरिष्ठ अधिकारियों ने ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की वर्दी में खाकी पैंट को बदलकर नीली पैंट किए जाने पर सहमति जताई गई। डीजीपी ने ट्रैफिक पुलिस के हेड कॉन्सटेबल और कॉन्सटेबल्स को एक दिसंबर से खाकी टेरीकाट पैंट की जगह डार्क ब्लू पैंट पहनने का निर्देश दिया है।

बीएसपी सरकार ने लागू की थी नीली पैंट

गौरतलब है कि इससे पहले वर्ष 2009 में तत्कालीन बीएसपी सरकार ने यातायात पुलिसकर्मियों की वर्दी में बदलाव किया था। तब ट्रैफिक पुलिस के कॉन्सटेबल्स और हेड कॉन्सटेबल्स की पैंट सफेद से बदलकर नीली कर दी गई थी। सरकार के इस फैसले को बीएसपी पार्टी के नीले रंग से जोड़कर देखा गया और विपक्षी दलों ने इस पर आपत्ति उठाई थी। बीएसपी शासनकाल में ट्रैफिक पुलिसकर्मी सफेद शर्ट व नीली पैंट धारण करते थे। इसे वर्ष 2012 में सपा सरकार ने बदल दिया था। 23 मई 2012 को अखिलेश सरकार ने अपने 25वें फैसले के तौर पर ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की पैंट नीले रंग से बदलकर खाकी कर दी थी। बताया गया कि तत्कालीन अखिलेश सरकार ने एक कमेटी का गठन कर इस पर रिपोर्ट मांगी थी। रिपोर्ट में ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की नीली पैंट को निजी सिक्योरिटी गार्ड की तरह नजर आने की बात भी कही गई थी। बाद में सपा सरकार ने नीली पैंट को बदल दिया था। करीब पांच साल बाद अब एक बार फिर योगी सरकार में ट्रैफिक पुलिस की वर्दी का रंग बदला गया है।