- ट्रैफिक पुलिस ने वसूली का नया तरीका निकाला

- वीआईपी पर्ची हर बैरियर पर करती है काम

आगरा। एक तरफ एसपी ट्रैफिक आरके सिंह ट्रैफिक की स्थिति ठीक करने को नए प्लान बना रहे हैं। खुद चौराहों पर चालान कर रहे हैं। यहां तक की महकमे के लोगों के भी चालान काट रहे हैं। लेकिन महकमे के ही लोग ट्रैफिक पुलिस का नाम खराब कर रहे हैं। बाहर से आने वाले वाहनों से अवैध वसूली की जा रही है। इसके लिए ट्रैफिक पुलिसकर्मियों ने बाकायदा एक तरीका भी ईजाद कर रखा है। जिसके तहत वसूली कर वाहन चालक को एक पर्ची थमा दी जाती है।

अवैध वसूली का खेल है जारी

सिटी में कई स्थानों पर पुलिस की अवैध वसूली का खेल जारी है। बाहर से आने वाले वाहनों को ट्रैफिक पुलिस कर्मी रोक लेते हैं। उन्हें यातायात नियमों का पाठ पढ़ा देते हैं। वाहन में कई प्रकार की कमियां बता कर लोगों को डरा देते हैं। ट्रैफिक पुलिस कर्मी इसका पूरा फायदा उठाते हैं।

काट दी जाती है रसीद

वैसे तो चालान काटने का अधिकार मात्र टीएसआई को है, लेकिन सिपाही भी चालान काट रहे हैं। सिटी में कुछ मामले ऐसे आए हैं, जिनमें अवैध वसूली का खेल प्रकाश में आया है। ट्रैफिक सिपाही वाहनों को रोक कर पहले उन्हें वाहन में कमी बता कर डराता है। इसके बाद चालान करने की धमकी देता है। जब वाहन स्वामी घबरा जाता है, तो सिपाही उसे बचने का तरीका बताता है। वह उससे एक हजार रुपये लेकर पर्ची देता है।

पर्ची करती है शहर में काम

पर्ची काटने के बाद वाहन की सिटी में एंट्री हो जाती है। इसके बाद सारे नियम कानून ताक पर आ जाते हैं। वाहन कहीं से भी निकल सकता है। एक पर्ची वाहन के लिए एंट्री पास का काम करती है। वाहन किसी भी बैरियर पर बिना चैकिंग आ जा सकता है। चूंकि उसे पहले ही बता दिया जाता है कि जहां भी चैकिंग हो वहां पर यह पर्ची दिखा दी जाए, जिससे पता चल जाए कि पिछले बैरियर पर सेटिंग हो चुकी है।