-जाम से निपटने में नाकाम रहने पर ऑफिसर्स बनाते हैं स्टाफ की कमी का बहाना

-पुराने शहर में जाम में रेंगने के लिये अभिशप्त हैं लखनवाइट्स

-ट्रैफिक संभालने के लिये खुद के खर्च पर तैनात कर रहे कर्मचारी

LUCKNOW : चौराहों से नदारद लेकिन, वसूली की जगह मुस्तैदयह हाल है लखनऊ ट्रैफिक पुलिस का। पुराने लखनऊ में रोजाना लगने वाले ट्रैफिक जाम से निपटने में नाकाम रहने पर ऑफिसर्स स्टाफ की कमी का रोना रोते हैं लेकिन, वसूली के लिये बदनाम प्वाइंट्स पर जरूरत से ज्यादा स्टाफ की मौजूदगी स्टाफ की कमी के बहाने को मजाक साबित करती मालूम पड़ती है। ट्रैफिक डिपार्टमेंट में चल रहे इस गोरखधंधे की कहानियां शहर की फिजा में आम हैं लेकिन, ऑफिसर्स सब कुछ जानने के बावजूद इस ओर अपनी आंखे मूंदे हुए हैं।

बद्तर होते जा रहे हालात

आई नेक्स्ट ने पिछले रविवार को पूरे शहर के आउटर सर्किल में ट्रैफिक पुलिस द्वारा धड़ल्ले से की जा रही उगाही का स्टिंग ऑपरेशन किया था। जिसमें तमाम जगहों पर ट्रैफिककर्मी वसूली करते और बाहर के नंबरों की गाडि़यों को रोक कर उनमें जबरन कमी निकाल कर उनसे रकम ऐंठने में लगे ट्रैफिककर्मियों को दिखाया गया था। पर, इस खुलासे के बावजूद हालात में कोई सुधार नहीं आया है। हजरतगंज और आसपास के एरिया में तो तमाम वीआईपी मूवमेंट की वजह से ट्रैफिक संभालने के लिये कुछ ट्रैफिककर्मी नजर आ जाते हैं लेकिन, पुराने शहर में तो हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। आलम यह है कि अमीनाबाद, नाका, कैसरबाग, वजीरगंज, चौक, मेडिकल क्रॉस, ठाकुरगंज, सआदतगंज, नक्खास और डंडइया बाजार जैसे एरिया में दिनभर जाम लगा रहता है लेकिन, वहां एक भी ट्रैफिककर्मी दिखाई तक नहीं पड़ता। इन एरिया में लगने वाले ट्रैफिक जाम अब लोगों की आदत में शुमार हो गया है और लोग इसे नियति मानकर फर्राटा भरने के बजाय रेंगने को मजबूर हैं।

खुद के खर्च पर 'ट्रैफिक कर्मी'

ट्रैफिक डिपार्टमेंट की बेरुखी से ऊब चुके आम लोग भी अब अपने एरिया में ट्रैफिक को संभालने के लिये खुद ही तरकीब निकालने को मजबूर हैं। इसका नमूना सामने आया डंडइया बाजार में, जहां लोकल व्यापारियों ने खुद के खर्च पर एक 'ट्रैफिककर्मी' तैनात कर दिया है। व्यापारी नेता व एरिया के पूर्व पार्षद संजय मिश्रा ने बताया कि एरिया में लगने वाले जाम से व्यापारियों को भारी नुकसान होता था। इसे लेकर कई बार पुलिस व ट्रैफिक ऑफिसर्स से शिकायत की गई। लेकिन, हर बार स्टाफ की कमी का बहाना बनाकर उन्हें वापस लौटा दिया गया। उन्होंने बताया कि लंबे समय तक ट्रैफिक जाम से जूझने के बाद आखिरकार व्यापारियों ने बैठक की और डंडइया बाजार मोड़ पर खुद के खर्च पर एक शख्स को ट्रैफिक संभालने के लिये तैनात किया गया है। व्यापारियों द्वारा तैनात ट्रैफिककर्मी सुबह क्0 बजे से शाम 7 बजे तक ट्रैफिक गवर्न करता है। इसके बदले में उसे व्यापारी चंदा लगाकर तनख्वाह का भुगतान करते हैं।