- इफको आंवला में रैक छोड़ कर आ रही थी मालगाड़ी

BAREILLY:

नॉर्दर्न रेलवे मुरादाबाद डिवीजन में 12 घंटे के अंदर एक के बाद एक हुए तीन ट्रेनों के डिरेलमेंट की वजह से रेलवे अधिकारियों की नींद उड़ गई है। संडे को त्रिवेणी एक्सप्रेस और एक्सीडेंट रिलीफ ट्रेन के डिरेल्ड होने के बाद मंडे को अर्ली मॉर्निग मालगाड़ी डिरेल हो गई। विशारतगंज यार्ड में मालगाड़ी डिरेल होने से अप लाइन की ट्रेनों का संचालन ठप हो गया।

सुबह 4.50 पर हुइर् डिरेल्ड

मंडे सुबह 4.50 बजे इफको आंवला में रैक छोड़ कर मालगाड़ी विशारतगंज स्टेशन आ रही थी। लोको पायलट एके वैश्य ट्रेन को लेकर आ रहे थे। यार्ड में आकर मालगाड़ी का इंजन पटरी से उतर गया, लेकिन इसकी जानकारी अधिकारियों को नहीं दी गई। जब दिन निकल आया तो अन्य कर्मचारियों ने ट्रेन को डिरेल्ड हुए देखा। इसके बाद रेलवे अधिकारियों में खलबली मच गई।

एक-दूसरे पर लगा रहे आरोप

मौके पर एसएस अंकित सक्सेना, गेटमैन नेत्रपाल पहुंचे। रेल पथ निरीक्षक ने रोजा से एआरटी को बुलाया। हालांकि, कर्मचारियों ने 6 घंटे मशक्कत के बाद इंजन को पटरी पर चढ़ा लिया। वहीं मालगाड़ी के डिरेल्ड होने के लिए एसएस और लोको पायलट एक दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। एसएस का कहना है कि सिग्नल मिले बिना ही लोको पायलट ने गाड़ी आगे बढ़ा दी। जबकि, लोको पायलट एके वैश्य का कहना है कि लाइन क्लियर होने पर ही वह मालगाड़ी को लेकर आगे चले। हादसे की क्या वजह रही इसकी जानकारी उन्हें भी नहीं है।

मंडल ऑफिस भेजेंगे रिपोर्ट

विशारतगंज स्टेशन के एसएस अंकित सक्सेना का कहना है कि मामले की जांच कराई जा रही है। इंजन के पटरी से उतरने का सही कारण पता किया जाएगा। ट्रैक में कौन सा प्वॉइंट खराब था, जिसकी वजह से हादसा हुआ, उसे ठीक कराया जाएगा। रिपोर्ट मंडल ऑफिस भेजी जाएगी।

संडे को दो ट्रेनें डिरेल्ड

सिंगरौली से बरेली आने वाली त्रिवेणी एक्सप्रेस बरेली जंक्शन के आउटर पर संडे को डिरेल्ड हो गई थी। इसके अलावा रोजा से चली एक्सीडेंट रिलीफ ट्रेन भी बीच रास्ते ही डिरेल्ड हो गई थी। इसके बाद मंडे को हुई तीसरी घटना से रेलवे अधिकारियों के कान खड़े हो गए हैं। डीआरएम ने कारणों का पता लगाने और मामले की जांच करने के आदेश दिए हैं।