-आनंद विहार से रवाना ट्रेन अपने निर्धारित समय से कई घंटे चल रही लेट

-ट्रेन में सवार पैसेंजर्स 32 घंटे बाद भी नहीं पहुंचे कैंट स्टेशन

VARANASI

आनंद विहार से सीतामढ़ी जाने वाली क्ब्00म् डाउन लिच्छवी एक्सप्रेस ने अपना लेट होने का रिकॉर्ड बुधवार को तोड़ दिया। इसके बावजूद रेलवे एडमिनिस्ट्रेशन ने ट्रेन को कैंसिल करने की घोषणा नहीं की है। सन् ख्0क्फ् में आई बाढ़ के समय अधिकतम ख्8 घंटे लेट से गुजरी थी। तब भी रेलवे ने ट्रेन को कैंसिल नहीं किया था। उधर ट्रेंस के अत्यधिक लेट से संचालन होने पर कैंट बुकिंग, रिजर्वेशन सहित पार्सल डिपार्टमेंट को रेवेन्यू का भी लॉस होने का अनुमान लगाया जा रहा है।

एनईआर वाराणसी डिवीजन के पीआरओ अशोक कुमार ने बताया कि बाढ़ सहित जगह-जगह रेल ट्रैक पर पानी लग जाने से ट्रेंस की स्पीड धीमी हो गयी है। जिससे ट्रेंस अपने डेस्टिनेशन पर समय से नहीं पहुंच पा रही हैं। हालांकि ट्रेंस के शेड्यूल को पटरी पर लाने के लिए अथक प्रयास किए जा रहे हैं। इस बीच आनंद विहार से सीतामढ़ी जाने वाली क्ब्00म् डाउन लिच्छवी एक्सप्रेस के क्ब् घंटे लेट से आने की इंफॉर्मेशन दी गई। इसी तरह क्ख्फ्भ्भ् अप पटना से जम्मूतवी के बीच चलने वाली अर्चना एक्सप्रेस ख्फ् घंटे लेट से चलकर सुबह साढ़े क्0 बजे कैंट आई। क्ख्भ्म्ख् डाउन स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस छह घंटे, जयनगर से नई दिल्ली जाने वाली क्ख्भ्म्क् अप स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस छह घंटे, क्फ्ख्भ्8 डाउन जनसाधारण एक्सप्रेस तीन घंटे, क्ब्ख्फ्म् बरेली एक्सप्रेस तीन घंटे, क्ब्008 सद्भावना एक्सप्रेस दो घंटे लेट से आने की सूचना दी गई।

कमर्शियल कंट्रोल लखनऊ के अनुसार पिछले दो वीक से दर्जनों ट्रेंस का शेड्यूल डगमगा गया। ट्रेंस के लेट से ऑपरेशन होने पर जहां पैसेंजर्स झेल गए वहीं की व्यवस्था अस्त-व्यस्त हो गयी। वहीं डिपार्टमेंट को लाखों रुपये का लॉस भी होने का अनुमान लगाया जा रहा है। ट्रेंस के लेट से चलने की वजह से कैंट स्टेशन स्थित रिजर्वेशन, यूटीएस सहित पार्सल बुकिंग ऑफिस को सीधे नुकसान उठाना पड़ता है।