-कैटरिंग डिपार्टमेंट ने खानपान की क्वालिटी चेक करने के लिए आधा दर्जन ट्रेन्स के पैंट्रीकार में मारा छापा -बच्चों को गर्म दूध सहित अन्य सामग्री उपलब्ध कराने के दिए निर्देश

-फूड आइटम्स समाप्त होने पर नेक्स्ट स्टेशन से इंतजाम कराने का दिया आदेश

ट्रेन्स के पैंट्रीकार में खान-पान की क्वालिटी परखने के इरादे से मंगलवार को कैटरिंग डिपार्टमेंट ने काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस सहित कई ट्रेन्स के पैट्रीकारों में जांच पड़ताल की। खामियों पर नाराजगी जाहिर करते हुए यात्री सुविधा को लेकर कड़े आदेश दिए। जिसमें लेटलतीफी की मार झेल रही ट्रेन्स में पैसेंजर्स की मांग पर भर पेट भोजन अवेलेबल कराया जाए। इतना ही नहीं बच्चों के लिए गर्म दूध व चॉकलेट-बिस्कुट आदि की व्यवस्था भी होनी चाहिए। एनआर लखनऊ मंडल के खानपान निरीक्षक रामजनम ने बताया कि हर पैंट्रीकार परिचालक यात्रियों की सुविधा को देखते हुए सभी जरूरी सामान लेकर चलेगा, फूड आइटम्स की समाप्ति पर नेक्स्ट स्टेशन से इंतजाम कराएगा।

17 घंटे लेट से पहुंची हिमगिरी

वहीं लेट से चलते वाली ट्रेन्स में मंगलवार को पटना से जम्मूतवी जाने वाली 12355 अप अर्चना एक्सप्रेस 14 घंटे और जम्मूतवी से वाराणसी होकर हावड़ा को जाने वाली 12332 हिमगिरि एक्सप्रेस 17 घंटे विलंब से कैंट स्टेशन पहुंची। जबकि इन ट्रेन्स को सोमवार को आना था। इसी क्रम में नई दिल्ली से हावड़ा जाने वाली 12382 डाउन पूर्वा एक्सप्रेस, नई दिल्ली से जयनगर जाने वाली 12562 स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस के 10 घंटे विलंब से आने की सूचना थी। 14236 डाउन बरेली एक्सप्रेस 8 घंटे, हावड़ा से अमृतसर को जाने वाली 13005 अप पंजाब मेल 7 घंटे, 22407 गरीब रथ एक्सप्रेस, 14854 डाउन मरुधर एक्सप्रेस, 13240 कोटा-पटना एक्सप्रेस 5 घंटे विलंब से कैंट स्टेशन पहुंचीं।