- पटना जंक्शन पर ट्रेनों के आने-जाने की नहीं दी जाती सही सूचना

- इंटरनेट पर भी ट्रेनों के स्टेटस के बारे में दी जाती है गलत जानकारी

PATNA : पटना जंक्शन पर आए दिन पैसेंजर्स का हंगामा होता है। यह हंगामा ट्रेनों के आगमन-प्रस्थान की सही जानकारी नहीं देने के करण होता है। पटना जंक्शन को आने वाली या फिर पटना जंक्शन से होकर गुजरने वाली ट्रेनों की सही स्थिति के बारे में कभी सही इंफॉर्मेशन यात्री को नहीं दी जाती। यह जांच का विषय है, लेकिन सूत्रों की मानें तो ट्रेने कितनी भी लेट हो पटना जंक्शन के रजिस्टर पर उसे ऑन टाइम ही बताया जाता है। पटना जंक्शन के ऑफिसर की इस लापरवाही और मिलीभगत की शिकायत रेलवे बोर्ड तक गई है।

रजिस्टर में ऑन टाइम चलती है ट्रेनें

पटना जंक्शन पर ट्रेनें लेट पहुंचती हैं बावजूद इसके उन्हें रजिस्टर में ऑन टाइम ही बताया जाता है। मालूम हो कि पिछले दिनों मोहन भागवत भागलपुर अजमेर ट्रेन से पटना आ रहे थे। यह ट्रेन अपने नियत समय से एक घंटे सोलह मिनट पटना जंक्शन लेट पहुंची थी, लेकिन पटना जंक्शन पर इस ट्रेन को ऑन टाइम ही दिखाया गया। कहा गया कि यह ट्रेन मुगलसराय दस मिनट पहले पहुंची थी। मालूम हो कि इस ट्रेन का स्टॉपेज खुसरूपुर और गुलजारबाग में नहीं है लेकिन दोनों जगह ट्रेनों को तीस-तीस मिनट तक रोक कर रखा गया। इसी दिन राजधानी एक्सप्रेस को पटना जंक्शन से लेट खोला गया। जिस ट्रेन को म्.ख्0 में खुलना था वो 7.फ्भ् में खुली।

नहीं दी जाती प्रोपर सूचना

सूत्रों की मानें तो जंक्शन के ऑफिसर अपनी लापरवाही छिपाने के लिए यह खेल करते हैं। अक्सर देखा गया है कि पटना जंक्शन पर कई प्रमुख ट्रेनें चार से पांच घंटे तक लेट पहुंचती हैं। इन ट्रेनों को कभी आधे घंटे तो कभी एक घंटे लेट बताया जाता है। एक हप्ते पहले की ही दिल्ली से आने वाली तमाम ट्रेने छह से सात घंटे तक लेट पटना पहुंचती थी, पर इन ट्रेनों को मात्र दो घंटे ही लेट बताया जाता था। पिछले दिनों पटना जंक्शन पर पैसेंजर ने जमकर हंगामा किया। हावड़ा से आने वाली जनशताबदी एक्सप्रेस पटना सिटी में ही दो घंटे तक रूकी रही और इंटरनेट पर यह सूचना अपडेट कर दी गई कि ट्रेन पटना जंक्शन पहुंच गई है। साथ ही पटना जंक्शन पर अनाउंस भी किया जा रहा था कि ट्रेन ऑन टाइम है। पैसेंजर ने इस बावत पटना जंक्शन के कंप्लेन बुक में भी शिकायत दर्ज की है कि यहां पैसेंजर्स को गलत सूचना दी जाती है।

मिनिस्टर से की गई शिकायत

पिछले दिनों रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा पटना में थे। मिनिस्टर से भी ट्रेनों की हो रही लेट लतीफी और टाइम टेबल की गलत जानकारी देने को लेकर कंप्लेन किया गया। इसके बाद रेल मिनिस्टर ने इंक्वायरी करवाई तो पता चला कि ट्रेनों की पंग्चुअलिटी को लेकर पटना जंक्शन पर फर्जीवाडा किया जा रहा है। इसी के बाद मिनिस्टर ने आदेश दिया कि पटना को आने वाली प्रमुख ट्रेनों की रिपोर्ट रेलवे बोर्ड को भेजा जाएगा। मिनिस्टर के आदेश के बाद जोन के मुख्य परिचालन प्रबंधक दीपक नाथ खुद निगरानी कर रहे हैं।

एडिशनल ऑफिसर को नियुक्त किया

ट्रेनों के परिचालन में लगातार आ रही शिकायत को देखते हुए दानापुर मंडल ने संज्ञान लिया है। दानापुर मंडल की ओर से एडिशनल ऑफिसर को नियुक्त किया गया है। दो पालियों में इन अधिकारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी। ये अधिकारी मॉनिटरिंग करेंगे कि ट्रेने किस कारण से जंक्शन पर लेट पहुंच रही हैं। साथ ही डीआरएम को इसकी सूचना भी देंगे। सीपीआरओ अरविंद रजक कहते हैं कि ट्रनों के परिचालन की रिपोर्ट हर रोज बोर्ड को भेजी जाती है। टाइम गलत मेंटेन नहीं किया जाता होगा। हां, थोड़ा बहुत मैनुपुलेशन तो होता ही है।