RANCHI : राज्य के सरकारी स्कूलों के शिक्षक अब न केवल फर्राटेदार अंग्रेजी बोलेंगे, बल्कि बच्चों से भी अंग्रेजी में बात कर सकेंगे। राज्य सरकार ने प्राइमरी व अपर प्राइमरी स्कूलों को स्पोकेन इंग्लिश का प्रशिक्षण देने का निर्णय लिया है। यूनाइटेड किंगडम की संस्था ब्रिटिश काउंसिल इस कार्य में राज्य सरकार को टेक्निकल व एकेडमिक सहयोग प्रदान करेगी। इस प्रोजेक्ट को शुरू करने का मकसद सरकारी स्कूलों में बच्चों की इंग्लिश को बेहतर करना है, ताकि वे निजी स्कूलों की तरह फर्राटेदार इंग्लिश बोल सकें। इसके लिए राज्य सरकार की ओर से भी कदम उठाए जा रहे हैं।

तैयार होगी लिस्ट

मंगलवार को जिला स्कूल परिसर में आयोजित दो दिवसीय 44वें जवाहर लाल नेहरू राष्ट्रीय विज्ञान एवं गणित प्रयोगशाला प्रदर्शनी-2017 के समापन समारोह के दौरान झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद व ब्रिटिश काउंसिल के बीच एमओयू हुआ। परिषद की ओर से निदेशक मुकेश कुमार तथा ब्रिटिश काउंसिल की ओर से निदेशक एलेन जीमेल ने हस्ताक्षर किए। जल्द ही इस प्रोजेक्ट के लिए शिक्षकों के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।

तैयार होंगे ट्रेनर

एमओयू के उद्देश्य की जानकारी देते हुए मुकेश कुमार ने बताया कि ब्रिटिश काउंसिल 800 मास्टर ट्रेनर तैयार करेगी जो चरणबद्ध ढंग से बीस हजार प्राथमिक शिक्षकों को अंग्रेजी बोलने का प्रशिक्षण देंगे। इसमें वैसे शिक्षकों को प्राथमिकता मिलेगी जो नवनियुक्त हैं या जिनकी अधिक सेवा बाकी है। यह प्रोजेक्ट अप्रैल में शुरू हो जाएगा।

इंग्लिश टू ऑल दिया गया नाम

परियोजना परिषद ने इस प्रोजेक्ट का नाम 'इंग्लिश टू ऑल' दिया है। एलेन जीमेल ने कहा कि काउंसिल 12 राज्यों में शिक्षकों को अंग्रेजी का प्रशिक्षण देने का काम कर रही है। दस हजार मास्टर ट्रेनरों के जरिए एक लाख से अधिक शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा चुका है।