- दून स्कूल से 76 बैच के स्टूडेंट अंकुर एवरेस्ट पर फंसे

- भूंकप से हुई तबाही का असर हिमालय पर भी पड़ा

DEHRADUN : देहरादून के द दून स्कूल के 7म् बैच जयपुर हाउस के डोस्को(स्टूडेंट) अंकुर बहल एवरेस्ट की ख्ख्,000 फीट की ऊंचाई पर फंस गए हैं। सैटरडे को नेपाल में भयंकर भूंकप से हुई तबाही का असर हिमालय पर भी पड़ा है। हिमालय फतह करने के अभियान पर निकले भ्म् साल के अंकुर भूकंप के बाद से कैंप ख् पर फंसे हैं। उनके द्वारा उतरने के लिए लगाई गई आइस फॉल्स भूकंप से टूट चुकी है। जिस कारण अब वह नीचे नहीं उतर सकते। वह 7 बार के एवरेस्ट विजेता अमेरिका के गैरेट मैडीसन की क्क् सदस्यों की टीम में शामिल हैं।

भूकंप के कारण वापस लौटे

हाल ही में अपने पुराने स्कूल द दून सकूल में अंकुर बच्चों से रूबरू होने पहुंचे थे। जिसके दो दिन बाद दून का झंडा एवरेस्ट पर लहराने के मकसद से वह नेपाल के रास्ते अपनी मुहिम पर निकले थे। अपने ख्ख् दिन के सफर में वह हिमालय कैंप क् को पार करते हुए ख्ख्,000 फीट की ऊंचाई पर पहुंच चुके थे, लेकिन सैटरडे को नेपाल केंद्रित भूकंप के झटकों ने उनके मुहिम में मुश्किलें पैदा कर दी हैं। उनकी वाइफ और करीब दुनिया के भ् शिखर फतह कर चुकी संगीता बहल से फोन पर हुई बातचीत में उन्होंने बताया कि भूकंप के कारण उनके द्वारा लगाई गई आइस फॉल्स (लैडर) टूट चुकी हैं, जिस वजह से नीचे उतरना बेहद मुश्किल हैं। इसके अलावा लगातार हो रही बर्फबारी के कारण किसी प्रकार का रेस्क्यू भी नहीं हो पा रहा है।

आर्मी की टीम लगी बचाव में

संगीता ने दिल्ली आर्मी बेस पर अपने पति की सलामती के लिए मदद मांगी है, जिसके बाद हिमालय पर मेजर जावाल के नेतृत्व में इंडियन आर्मी की रेस्क्यू टीम उनके बचाव के लिए प्रयास कर रही है। आर्मी द्वारा सैटेलाइट फोन पर संडे को हुई बातचीत से पता चला कि अंकुर और क्क् सदस्यों की टीम फिलहाल कैंप ख् पर सुरक्षित हैं, लेकिन मौसम की खराबी के कारण हेलिकॉप्टर ले जाया नहीं जा सकता। अब आर्मी की टीम मौसम के ठीक होते ही गोरखपुर से हेलिकॉप्टर के जरिए अंकुर व टीम को रेस्क्यू करने का काम करेगी।