- उत्तर मध्य रेलवे को मिलेंगे 10 सेट नए अनुभूति कोच, एक पूरी नई चेयरकार कोचों की रैक भी मिलेगी

- अनुभूति थीम पर डिजाइन किए गए कोचों से नए आरामदायक सफर की होगी शुरुआत

KANPUR: जल्दी ही रेलवे अपने यात्रियों को आरामदायक सफर की नई अनुभूति कराएगा। दरअसल रेलवे की निशातपुरा और कपूरथला रेल कोच फैक्ट्रियों ने नए तरीके के स्लीपर और एसी कोच बनाए हैं, जोकि पहले से ज्यादा आरामदायक और सुरक्षित हैं। इन कोचों की रैक भी निकलना शुरू हो गई है। कुल 1000 से ज्यादा नए कोचों में से 10 रैक उत्तर मध्य रेलवे को भी मिलेंगी। जिन्हें शताब्दी और कई वीआईपी ट्रेनों में लगाया जाएगा। खास बात यह है कि नए कोच सीसीटीवी कैमरों और ऑटोमैटिक दरवाजों से युक्त होंगे। इन कोचों की बर्थ में अग्निरोधी फैब्रिक का यूज किया जाएगा।

कई वीआईपी ट्रेनों में लगेंगे

रेलवे सूत्रों की माने तो उत्तर मध्य रेलवे जोन को अपने यहां से चलने वाली ट्रेनों के लिए 1000 नए कोच मिलेंगे। जिसमें से वीआईपी ट्रेनों में इन कोचों को लगाया जाएगा। एनसीआर में कानपुर से रिवर्स शताब्दी, शिवगंगा, प्रयागराज, श्रमशक्ति, इलाहाबाद दूरंतो, समेत एक दर्जन से ज्यादा वीआईपी ट्रेनें चलती हैं। हालांकि अभी यह फाइनल नहीं हुआ है कि किन ट्रेनों में यह कोच लगाए जाएंगे, लेकिन नए डिजाइन के कोच की पहली रैक सितंबर के पहले महीने में यहां पहुंच जाएगी। इसके बाद जैसे जैसे नई रैके आती जाएंगी, उन्हें ट्रेनों में लगाया जाएगा।

नए कोचों से पैसेंजर्स को आराम और रेलवे की बचत

एनसीआर रीजन के सीपीआरओ विजय कुमार ने बताया कि दरअसल रेलवे की कपूरथला और निशातपुरा रेलकोच फैक्ट्रियों में तैयार हो रहे नए कोच न सिर्फ पैसेंजर्स को आरामदायक सफर का मजा देंगे बल्कि यह रेलवे के लिए भी काफी किफायती होंगे। इन कोचों का वजन कम होने की वजह से इनकी स्पीड ज्यादा होगी। इसके अलावा एलईडी की रोशनी से बिजली की बचत भी होगी। इससे ट्रेन के पॉवर कार में डीजल की बचत भी होगी। इसके अलावा जो एसी चेयरकार कोच मिलेंगे, उसमें ऑनबोर्ड इनफोटेनमेंट की भी सुविधा मुहैया कराई जाएगी। सीपीआरओ का कहना है कि बहुत जल्द ही पैसेंजर्स इन स्पेशल कोच की ट्रेन में अपना सुखद सफकरेंगे।

नये कोचों में यह सुविधाएं होंगी

- हल्के स्टेनलेस स्टील एलबीएच कोच, जिसकी स्पीड नार्मल कोचों से 20 फीसदी तक ज्यादा होगी

- यह कोच टक्कर रोधी होंगे, यानी की भिड़ने पर यह कोच एक के ऊपर एक नहीं चढ़ेंगे

- कोच में ऑन बोर्ड सर्विलांस सिस्टम, हर कोच में सीसीटीवी कैमरे लगे होंगे

- कोच में रौशनी के लिए एलईडी लाइटों का उपयोग होगा, जिससे 40 फीसदी तक एनर्जी की बचत होगी

- आटोमैटिक दरवाजे होंगे

- बर्थ पर अग्निरोधी फैब्रिक का उपयोग

- हर बर्थ के लिए मोबाइल चार्जर और एक लाइट

- कोच में आवाज कम होगी, डीजल इंजन में फ्यूल कॉस्ट की भी बचत होगी

यात्रियों की सुविधा के लिए नए तरीके के कोच जल्दी ही कई जोन को मिल रहे हैं, जिसमें एनसीआर भी शामिल हैं। जैसे जैसे कोच मिलते जाएंगे। उन्हें ट्रेनों में शामिल किया जाएगा। बहुत जल्द पैसेंजर्स इन कोचों में सफर करेंगे। इन कोचों में यात्रियों के लिए बहुत सी सुविधाएं होंगी और यह ज्यादा साफ सुथरे व सुरक्षित होंगे। शताब्दी जैसी ट्रेनों में ऑनबोर्ड एंटरटेनमेंट सिस्टम की योजना पर भी काम किया जा रहा है।

- विजय कुमार, सीपीआरओ उत्तर मध्य रेलवे