- बिनगवां में 210 एमएलडी का एसपीटी का जलनिगम ने ट्रायल शुरू किया

-दो महीने में पूरी क्षमता से काम करने लगेगा प्लांट

-गंगा में सीधे गिरने वाले सीसामऊ सहित 4 नाले बिनगवां एसटीपी से जोड़े गए

KANPUR: गंगा को निर्मल, अविरल और पॉल्यूशन फ्री बनाने के लिए कोशिशें तेज हो गई है। गंगा में गिर रहे नालों का गन्दा पानी रोकने के लिए बिनगवां में बनाए गए 210 एमएलडी क्षमता के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का ट्रायल रन शुरू हो गया है। फिलहाल चार बड़े नाले इससे जोड़े गए हैं। पांच साल से बन रहा ये एसटीपी इस साल के आखिर तक अपनी पूरी क्षमता से काम करने लगेगा।

रोज 300 एमएलडी सीधे गंगा में

शहर में हर रोज लगभग 500 एमएलडी से अधिक सीवेज का पानी निकल रहा है। जबकि सिटी में बने ट्रीटमेंट प्लांट्स की टोटल क्षमता केवल 176 एमएलडी है। जिसमें से 36 एमएलडी के सीईटीपी में 9 एमएलडी टेनरी वेस्ट के लिए है। सीसामऊ सहित 23 नालों का सीवरेज सीधे गंगा में गिर रहा है। जलनिगम सोर्सेज के मुताबिक हर रोज 300 एमएलडी से अधिक सीवरेज गंगा में गिर रहा है। जिसके चलते गंगा पॉल्यूशन का शिकार होती जा रही है।

एसटीपी बनाने में लापरवाही

सेंट्रल गवर्नमेंट की जेएनएनयूआरएम में गंगा को पॉल्यूशन फ्री बनाने की कवायद शुरू हुई। इस योजना के अ‌र्न्तगत गंगा में सीधे गिरने वाले सीसामऊ नाले आदि का मुंह मोड़कर बिनगवां ले जाने के सीवेज पाइप लाइन भी बिछाई गई। जूही राखी मंडी और मुंशीपुरवा में पम्पिंग स्टेशन भी बनाए गए। गंगा में सीवेज गिरने से रोकने के लिए बिनगवां में 210 एमएलडी का प्लांट भी बनाया गया है। इसके अलावा जाजमऊ में 43 एमएलडी, सजारी में 42 एमएलडी, बनियापुर में 15 एमएलडी क्षमता के ट्रीटमेंट प्लांट बनाने का काम शुरू हुआ।

पांच साल में 126 करोड़ से

बिनगवां में 210 एमएलडी का सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाने का काम दिसंबर 2010 में शुरू हुआ था। पॉलिशिंग यूनिट को छोड़कर प्लांट का बाकी काम पूरा हो गया है। जलनिगम की लेटलतीफी के कारण इस प्रोजेक्ट की कास्ट भी 101 करोड़ से बढ़कर 126 करोड़ रुपए हो चुकी है। हालांकि पॉलिशिंग यूनिट की जमीन का विवाद अब खत्म हो चुका है। इस जमीन को लेकर दायर की गई याचिका को हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया है। जलनिगम ने पॉलिशिंग यूनिट का काम भी तेज रफ्तार में हो रहा है।

ये नाले जुड़ेंगे एसटीपी से

पॉलिशिंग यूनिट बनाने के साथ-साथ जलनिगम ने 210 एमएलडी के बिनगवां एसटीपी का बिजली कनेक्शन भी करा लिया। इसके साथ ही इस सीवेज ट्रीटमेंट का ट्रायल भी शुरू भी कर दिया है। जलनिगम के जीएम एके गुप्ता ने बिगनवां एसटीपी से साउथ सिटी के सीओडी नाला, गोविन्द नगर की तरफ से आने वाले हलवा खाड़ा नाला के अलावा गन्दा नाला और सीसामऊ नाला का 80 एमएलडी सीवेज ट्रीट किया जाएगा। अभी तक ये नाले या तो सीधे गंगा में गिर रहे थे या फिर पांडु नदी के गंगा में इनका सीवेज गिर रहा था।

पांडु नदी को भी राहत

बिनगवां एसटीपी 2 महीने में पूरी तरह से रन करने लगेगा। इसका ट्रायल शुरू हो गया है। तब तक पॉलिशिंग यूनिट का भी काम पूरा कर लिया जाएगा। जलनिगम के प्रोजेक्ट ऑफिसर विनेष कुमार ने बताया कि बिनगवां का सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट चालू हो जाने से साउथ सिटी का जो सीवेज पांडु नदी के जरिए गंगा में गिरता था, वह रुक जाएगा। इसके अलावा सीसामऊ नाला के सीवरेज भी इस एसटीपी में आएगा। ट्रीटमेंट के बाद पानी गंगा में छोड़ा जाएगा।

एट ए ग्लांस

प्रोजेक्ट- बिनगवां एसटीपी

कैपेसिटी- 210 एमएलडी

टोटल एरिया- 63.34 हेक्टेयर

काम शुरू हुआ- 23 दिसंबर,2010

प्रोजेक्ट कास्ट- 101.01 करोड़

प्रोजेक्ट कास्ट बढ़ी-126 करोड़