नवजीवन, तरू और स्वर्ग रोहिणी को आखिरकार फ्राइडे को अपना आशियाना मिल ही गया। नवजीवन को श्रम विभाग में तो तरू को डिस्ट्रिक्ट इम्प्लॉयमेंट और स्वर्ग रोहिणी को एसपी सिटी के गार्डन में जगह मिली। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की प्लांटेशन मुहिम में तीन जगहों पर अधिकारियों ने न केवल प्लांटेशन किया। बल्कि इन पौधों की रक्षा की शपथ भी ली। उन्होंने मौजूद लोगों से बचपन में पौधे लगाने के एक्सपीरियंस शेयर करते हुए दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की मुहिम को सराहा।

BAREILLY :

पेड़ ही है संजीवनी

श्रम विभाग में उप श्रमायुक्त रोशन लाल ने अर्जुन के औषधि पौधे को श्रम विभाग के कैंपस में जगह दी। इस दौरान उनके साथ अन्य अधिकारियों ने भी मौजूद रहे। उन्होंने भी पौधे लगाने की शपथ ली। उप श्रमायुक्त ने प्रकृति में पर्यावरण को शुद्ध बनाने के लिए पौधों की आवश्यकता को सही ठहराते हुए अपने नन्हें मेहमान का नाम नवजीवन रखा। कहा कि वर्तमान समय में यदि प्रत्येक व्यक्ति एक पौधा लगाए तो ग्लोबल वार्मिग को काफी हद तक रोकने में मदद होगी। उन्होंने बताया कि वह इससे पहले भी करीब 25 पौधों को आफिस के गार्डन में लगा चुके हैं और उनकी देखभाल भी कराते हैं।

प्रकृति का वरदान है पेड़

डिस्ट्रिक्ट इंप्लायमेंट आफिस की जिला रोजगार सहायता अधिकारी आशा आर्य ने अर्जुन औषधि के पौधे को कैंपस में रोपा। उन्होंने कहा कि पर्यावरण के लिए पेड़ संजीवनी है, जिसकी रक्षा करना सभी का फर्ज है। बताया कि पर्यावरण दिवस पर उन्होंने इसी वर्ष आफिस में 11 विभिन्न प्रजातियों के पौधे लगाए हैं। वहीं, अभी और कई पौधे लगाने की योजना बनाए हुए हैं। कहा कि हमें दूसरों से पौधे लगाने की उम्मीद रखने की बजाय खुद से ही कई पौधे लगाने का प्रयास करना चाहिए। जिला रोजगार सहायता अधिकारी ने नन्हें मेहमान का नाम तरू रखा। इसके साथ ही उन्होंनें मौजूद माली से पौधों की हिफाजत के निदर्1ेश दिए।

पेड़ों से कम होती है ग्लाेबल वार्मिग

संसार में पेड़ ही हैं, जो मनुष्यों और पर्यावरण के लिए वरदान हैं। क्योंकि पेड़ों पौधों से जीवन है। एसपी सिटी कैंपस स्थिति गार्डन में जरूर पौधा लगाते हुए एसपी सिटी रोहित सिंह सजवाण ने यह बातें कहीं। उनके साथ आफिस के अन्य पुलिसकर्मी भी मौजूद रहे। पौधा लगाने के बाद उन्होंने पौधे का नाम स्वर्ग रोहिणी रखा और कैंपस में मौजूद माली को उसकी देखभाल की जिम्मेदारी सौंपी। उन्होंने कहा कि पेड़ों से ग्लोबल वार्मिंग काफी हद तक कम होती है। इसीलिए हम सभी को कम से कम एक-एक पौधा जरूर लगाना चाहिए।