RANCHI (20 Sep) : त्रिकोण हवन कुंड दुर्गा पूजा समिति को पंडाल बनाने के एवज में प्रतिदिन क्भ्00 रुपए रांची नगर निगम को अदा करने होंगे। निगम ने पूजा समिति को नोटिस भेज कर राशि की मांग की है। इससे पूजा समिति के सदस्यों में उबाल है। बुधवार को समिति के सदस्यों ने रांची नगर निगम के मुख्यालय पहुंच कर हंगामा किया। गेट पर ही प्रदर्शन करते हुए सदस्यों ने खूब नारेबाजी की। रांची जिला दुर्गा पूजा समिति के अंतर्गत कई पंडालों के आयोजक भी इस प्रदर्शन में श्ामिल हुए।


नोटिस जलाकर जताया विरोध

त्रिकोण हवन कुंड के सदस्यों ने निगम के गेट पर ही भेजी गई नोटिस जला दी। सदस्यों ने इसे 'जजिया' करार देते हुए किसी कीमत पर राशि अदा नहीं करने की बात कही। नोटिस के एवज में नगर निगम को एक रुपया भी अदा नहीं ि1कया जाएगा।

 

सभी समितियों ने दिया समर्थन

प्रदर्शन से पूर्व इस मुद्दे को लेकर पूजा समितियों की एक बैठक भी हुई। इसमें रांची जिला दुर्गा पूजा के सभी आयोजकों ने त्रिकोण हवन कुंड का साथ देने की बात कही। बैठक में रांची जिला दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष मुनचुन राय ने कहा कि प्रशासन के सुझाव पर ही त्रिकोण हवन कुंड द्वारा पार्किंग स्थल पर पूजा की जा रही है। नगर विकास मंत्री सहित नगर निगम के सभी पदाधिकारियों को इस विषय की जानकारी है, इसके बावजूद बेवजह आयोजकों को नगर निगम द्वारा परेशान किया जा रहा है। इस मुद्दे पर रांची जिला दुर्गा पूजा समिति गंभीर है और जबतक नोटिस वापस नहीं लिया जाता, विरोध जारी रहेगा।

बैठक में मुख्य रूप से हीरालाल साहू, अशोक चौधरी, विक्की यादव, अवध तिवारी, सतीश ठाकुर, अशोक पुरोहित, कुंदन सिंह, किसन पोद्दार, शैलेंद्र यादव, मिनी सिंह, रमेश गुप्ता, विवेक सिंह, राजेश ठाकुर, राहुल यादव, रोहित यादव, प्रणव बाबा, उत्तम यादव, बबलू सिंह आदि मौजूद थे.


 

पब्लिक कोट

नगर निगम को नोटिस वापस लेना होगा। आम लोगों के सहयोग से ही पूजा का आयोजन होता है। समिति पैसे कहां से देगी.

संदीप कुमार

 

दुर्गा पूजा का आयोजन कोई व्यावसायिक आयोजन नहीं है। नगर निगम को इतना समझना होगा कि व्यापार और पूजा में अंतर है.

अवध तिवारी

 

पूजा पर टैक्स लगाना तुगलकी फरमान है। इस नोटिस का विरोध किया जाएगा। जरूरत पड़ी तो आंदोलन और उग्र किया जाएगा।

संदीप ठाकुर

 

पूजा पंडाल के एवज में प्रतिदिन क्भ्00 रुपए मांगना सरासर अन्याय है। निगम को अपना फैसला वापस लेना ही होगा।

राजेश ठाकुर

 

निगम ने नोटिस जारी कर पैसे मांगे हैं, जो आस्था पर चोट है। अधिकारियों को समझना चाहिए कि यह पूजा पंडाल है, कोई दुकान नहीं।

दीपक गुप्ता