- नगर निगम में ग्रामीण इलाकों को शामिल करने का पूर्व सीएम हरीश रावत ने किया विरोध

- केवल आय बढ़ाने के लिए निगमों में शामिल न किए जाए गांव- हरीश रावत

DEHRADUN: पूर्व सीएम हरीश रावत ने त्रिवेंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला है। हरीश रावत ने राजधानी के ग्रामीण इलाकों को नगर निगम में शामिल करने के प्रस्ताव पर अपना विरोध जताया है। रावत ने कहा कि पहले नगर निगम को उन गांवों का विकास करना चाहिए जो पहले नगर निगम में शामिल किए गए थे।

पहले पुराने गांवों का तो करें विकास

पूर्व सीएम हरीश रावत ने रविवार को प्रेसवार्ता कर कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों को निगमों में शामिल करने की कोशिश की जा रही है। जबकि जो गांव पहले से निगमों में शामिल किए गए हैं उनका विकास आज तक नहीं हो पाया है। रावत ने कहा कि निगमों के पास अभी ढांचा नहीं है, इसलिए केवल आय बढ़ाने के लिए गांव निगमों में शामिल नहीं किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि इसके बजाय ऐसे गांवों को पैराअर्बन के रूप में विकसित किया जाए। हरीश रावत ने कहा कि निगम ही नहीं मौजूदा सरकार ने कई अन्य मामलों में भी अफरा-तफरी का माहौल बनाया है। शराब और खनन इसके उदाहरण हैं। हरीश रावत ने कई मुद्दों पर राज्य सरकार को घेरा। हरीश रावत ने कहा कि राज्य सरकार ने राज्य खाद्य सुरक्षा योजना में राशन के रेट भी दोगुने कर दिए हैं। ऐसा पहली बार हो रहा है कि एक महीने में दो बार बिजली के रेट बढ़ाए गए हों। सरकार ने पानी का बिल भी बढ़ा दिया। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा के हाल भी अच्छे नहीं हैं, रोज कोई हादसा हो रहा है।