-सड़कों पर मौत बनकर दौड़ रहे ओवरलोड ट्रकों के खिलाफ प्रशासन हुआ सख्ती, जांच के लिए 14 टीमें गठित

-पकड़े जाने पर ट्रक का परमिट और ड्राइवर का लाइसेंस होगा निरस्त

VARANASI

सड़क पर मौत बनकर दौड़ने वाले ओवरलोड ट्रकों के खिलाफ प्रशासन अब और सख्त हो गया है। पिछले दिनों डीएम के आदेश पर कई ओवरलोड ट्रकों के खिलाफ कार्रवाई के बाद भी इन पर लगाम नहीं लग सका था। जिसके बाद अब कड़ी कार्रवाई की तैयारी की गई है। ओवरलोड ट्रकें चलते पाये जाने पर अब उनके परमिट निरस्त करने के साथ ही चालक के ड्राइविंग लाइसेंस को भी निरस्त करने की कार्रवाई होगी। इस पर प्रॉपर निगरानी के लिए मंगलवार से क्ब् टीमें दिन-रात सड़कों पर चेकिंग करेंगी ताकि जिले में कोई ओवरलोड वाहन न चल सके। एआरटीओ को इसका शपथपत्र भी देना होगा।

कार्रवाई हो रही है तेजी से

बिहार से गिट्टी और मोरंग लेकर ओवरलोड ट्रकें यूपी के चंदौली और गाजीपुर जिले में प्रवेश कर रहे हैं। ओवरलोड ट्रकों से सुविधा शुल्क लेकर उन्हें परिवहन अधिकारी व सिपाही द्वारा पास कराये जाने की जानकारी मिलने पर उप परिवहन आयुक्त वाराणसी परिक्षेत्र डीके त्रिपाठी ने कड़ा रुख अपनाया है। वहीं परिवहन मंत्री ने भी ओवरलोड ट्रकों के संचालन पर नाराजगी जाहिर करते हुए कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। डीके त्रिपाठी ने बताया कि ख्0 से ख्ख् अप्रैल तक चले अभियान में ओवरलोड ट्रकों से सुविधा शुल्क लेने की शिकायत मिलने पर तीन सिपाहियों को निलंबित करने के साथ दो यात्रीकर अधिकारी से स्पष्टीकरण मांगा गया। ओवरलोड ट्रकों का संचालन न हो इसके लिए अन्य जिलों के अधिकारियों की क्ब् टीमें गठित की गई हैं जो ख्भ् अप्रैल से दो मई तक चेकिंग करेंगी। वाराणसी के एआरटीओ अनिल मिश्रा व राजीव कुमार तथा एआरटीओ चंदौली आरएस यादव को जिले में यह सुनिश्चित कराने को कहा गया है कि एक भी ओवरलोड वाहन नहीं गुजरे हैं।