RANCHI : दो देश के बीच की दूरियां मिट गई। धर्म और जातिगत बंधन टूट गए, जब रांची के तुषार और ईरान की एलाहे सावानी एक-दूसरे के हो गए। याहू मैसेंजर के जरिए एक-दूसरे के करीब आए तुषार और एलाने ने गुरुवार को रजिस्ट्रार ऑफिस में कानूनी तौर पर शादी कर ली। रजिस्ट्रार ऑफिस ने दोनों की शादी का सर्टिफिकेट जारी कर दिया है। खाद्य आपूर्ति व संसदीय कार्य मंत्री सरयू राय और वरिष्ठ पत्रकार हेमंत इस शादी के गवाह बने। इन्होंने नव दंपती को सुखमय वैवाहिक जीवन के लिए आशीर्वाद दिए। शादी समारोह में तुषार के माता-पिता समेत कई सगे-संबंधी भी मौजूद थे।

चार साल से चैटिंग

तुषार और एलाहे के बीच याहू मैसेंजर पर चैटिंग का सिलसिला चार साल पहले शुरू हुआ था। हर दिन दोनों में घंटों चैटिंग होती थी। चैटिंग करते-करते दोनों एक-दूसरे के करीब आ गए। प्यार परवान चढ़ता गया। आखिरकार दोनों ने शादी करने का फैसला कर लिया। इस साल जनवरी में तुषार ईरान गए थे। वे वहां एक सप्ताह तक रूके। एलाहे के परिजन इस शादी के लिए राजी हो गए। 22 अगस्त को एलाहे ईरान से दिल्ली के रास्ते रांची आई। वह यहां कांके के सर्वोदय नगर स्थित तुषार के घर पर रह रही है। यहां आने के बाद उन्होंने रजिस्ट्रार ऑफिस में शादी के लिए अर्जी दी। तमाम औपचारिकताएं पूरी होने के बाद रजिस्ट्रार राहुल कुमार चौबे ने गुरूवार को मैरिज सर्टिफिकेट दे दिया।

वीजा एक्सटेंशन के लिए आवेदन

एलाहे इन दिनों वीजा पर भारत में रह रही हैं। गुरुवार को उसके वीजा की अवधि समाप्त हो गई। ऐसे में एलाहे के वीजा एक्सटेंशन के लिए तुषार ने एसएसपी कार्यालय में आवेदन दिया है। शुक्रवार को मैरिज सर्टिफिकेट मिलने के बाद तुषार ने एसएसपी प्रभात कुमार से मुलाकात कर बताया कि एलाहे कानूनी रूप से उनकी पत्नी बन चुकी हैं, इसलिए उन्हें भारत में रहने का अधिकार है। इस आधार पर उनका वीजा की अवधि बढ़ाई जाए।

दोनों परिवारों की रजामंदी

तुषार की मां वी शेषा गिरि ने बताया कि बेटे की खुशी में हमारी खुशी है। तुषार का निर्णय हम सभी लोगों को स्वीकार है। पिता विनोद कुमार ने बताया कि धर्म और जातिगत भेदभाव की मिथक तोड़ते हुए तुषार ने ईरान की युवती से शादी है। मैं उसके इस फैसले से सहमत हूं।

बैंक में पीओ हैं तुषार, एलाहे कर रही हैं पीएचडी

तुषार ओडि़शा में एसबीआई बैंक के एक ब्रांच में प्रोबेशनरी ऑफिसर(पीओ)हैं, जबकि एलाहे तेहरान यूनिवर्सिटी से सोशल मीडिया पर पिछले पांच सालों से पीएचडी कर रही हैें। हाल में उन्हें यूनिवर्सिटी की ओर से पीएचडी की डिग्री दी भी जाएगी।

तुषार के पिता ने की थी इंटरकास्ट मैरिज

तुषार के पिता विनोद कुमार ने भी इंटरकास्ट मैरिज की थी। उनकी पत्नी वी शेषा गिरि साउथ इंडियन हैं। विनोद कुमार ने बताया कि इंटर कास्ट मैरिज से सुखमय दांपत्य जीवन को किसी तरह का असर नहीं पड़ता है। इसका उदाहरण उनका परिवार है। परिवार में दो बेटे और एक बेटी है। विनोद कुमार के बड़े बेटे मन्नू बंगलुरू में आईट कंपनी में इंजीनियर हैं। बेटी शाश्वती दिल्ली यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं। तुषार ओडि़सा में बैंक पीओ है। शाश्वती और तुषार उर्फ बंटी जुड़वां हैं।

भारत में बसना का शुरू से था इरादा

एलाहे ने बताया कि तुषार से शादी कर वह काफी खुश है। यह शादी किसी एक्साइटमेंट से कम नहीं है। शुरू में तो लगा कि शायद शादी की हसरतें पूरी नहीं होंगी, लेकिन तुषार जब ईरान आया तो शादी का वादा पक्का हो गया। भारत में रहने की अब पूरी हो गई है। रांची बहुत ही सुंदर शहर है और यहां के लोग भी बहुत अच्छे हैं।