-किसानों ने कर्ज-उधार लेकर की थी पान की खेती

-किसानों ने कर्ज-उधार लेकर की थी पान की खेती

क्चढ्ढ॥न्क्त्रस्॥न्क्त्रढ्ढस्नस्न/क्कन्ञ्जहृन्: लगातार करीब तीन सप्ताह से जारी शीतलहर और भीषण ठंड से शेखपुरा जिले में पान की खेती को काफी नुकसान पहुंचा है। भीषण ठंड से जिला के खखड़ा गांव में 25 लाख रुपए की पान की खेती बर्बाद हो गई है। पान की खेती किसानों ने कर्ज-उधार लेकर की थी। ज्ञात हो कि खखड़ा में बड़े स्तर पर पान की खेती होती है। किसान करीब 8 दशक से मगही पान की व्यावसायिक खेती करते हैं।

किसानों को पूंजी डूबने का डर

किसानों ने बताया कि पिछले साल दिसंबर अंत शुरू हुई शीतलहर ने पान की फसल पर असर डाला है। गांव के पान उत्पादक किसानों ने बताया कि यहां पान की खेती करने वाले किसानों को किसी तरह की सरकारी हेल्प नहीं मिलती है। इस साल भी किसानों ने भूस्वामियों से पट्टे पर खेत लेकर और कर्ज-उधार लेकर पान की खेती की थी। किसानों ने बताया कि बीस दिनों की शीतलहर ने पान की फसल को बर्बाद कर दिया है। हाल यह है कि पान की खेती में लगी मेन पूंजी भी मिलने की उम्मीद नहीं है। किसानों ने बताया कि खखड़ा में मगही पान की परंपरागत खेती की जाती है। यहां का मगही पान सीधे बनारस भेजा जाता है। भीषण ठंड के कारण पान के पत्ते सिकुड़ गए हैं। किसानों ने बताया कि खखड़ा में लगभग 15 हेक्टेयर में पान की खेती हुई है।

अधिक ठंड से पान की फसल को नुकसान हो सकता है। खखड़ा गांव में पान की खेती को हुए नुकसान का आकलन करने के लिए कृषि विभाग के अफसरों की टीम भेजी जाएगी। टीम में पौधा संरक्षण पदाधिकारी तथा कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक को शामिल किया गया है। जांच तथा आकलन रिपोर्ट आने के बाद प्रभावित किसानों को मदद पर विचार किया जाएगा। जांच रिपोर्ट सरकार को भी भेजी जाएगी।

-लाल बचन राम, जिला कृषि पदाधिकारी, शेखपुरा