ADITYAPUR: जमशेदपुर और इससे आसपास के इलाकों में चौबीस घंटे बिजली की सप्लाई होगी। इसकी तैयारी की जा रही है। फाल्ट होने पर पलक झपकते ठीक कर बिजली सप्लाई फिर से शुरू की जाएगी। दरअसल निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए झारखंड बिजली संचरण निगम ग्रिड से लेकर सब स्टेशन तक कंप्यूटरीकृत निगरानी व्यवस्था लागू कर रहा है। निगम ने स्काडा (सुपरवाइजरी कंट्रोल एंड डाटा एक्वीजिशन, एससीएडीए) सिस्टम लागू करने पर काम शुरू कर दिया है।

सर्वर का इंस्टालेशन

करनडीह में बन रहे कंट्रोल रूम के सर्बर का इंस्टालेशन अंतिम चरण में है, वहीं सर्वे कार्य दो माह में खत्म हो जाएगा। इस व्यवस्था की बारीकियों से अधिकारियों को परिचित कराने के लिए ख्ब् अप्रैल को सेमिनार होगा। इसका आयोजन सर्वे कर रही जयपुर की कंपनी सन सिटी करनडीह स्थित विभाग के कांफ्रेंस हाल में करेगी। स्टाडा सिस्टम के पहले चरण का काम चीन की कंपनी डांग फैंग कर रही है। यह कंट्रोल रूम तैयार करने के साथ सर्वर इंस्टाल करेगी। साथ ही निगम को तकनीकी सहायता उपलब्ध कराएगी। वहीं दूसरे चरण का काम जयपुर की सन सिटी कंपनी कर रही है। इसके तहत ग्रिड से लेकर सबस्टेशन तक के संचरण मार्ग, मार्ग में आने वाली बाधा के अलावा लोड का आकलन करेगी।

ऐसे काम करेगी स्काडा

स्काडा (पर्यवेक्षी नियंत्रण और डेटा अधिग्रहण) सिस्टम के तहत एक डेटा तैयार किया जाएगा, जिसमें सबस्टेशन की सारी गड़बडि़यों को फीड कर दिया जाएगा और नियंत्रण एक ही स्थान से होगा। इसके बाद सभी सबस्टेशन व फीडर आटोमेटिक कार्य करेगा। इसके लिए सभी फीडर और सबस्टेशनों में आरएमयू ब्रेकर लगाया जाएगा। इससे यदि फीडर या सबस्टेशन में खराबी आएगी तो उसका तुरंत पता चल जाएगा। साथ ही बाद प्रभावित स्थान की आपूर्ति अपने आप बंद हो जाएगी। उसके बाद कम से कम समय में उसे ठीक कर आपूर्ति बहाल की जाएगी।