-स्कूल में कुव्यवस्था के विरोध में स्टूडेंट्स ने डीएम आवास को घेरा

क्चढ्ढ॥न्क्त्रस्॥न्क्त्रढ्ढस्नस्न/क्कन्ञ्जहृन्: उपद्रव और विवाद के बाद जवाहर नवोदय विद्यालय से 20 स्टूडेंट्स को निष्कासित किया गया है। यह जानकारी जेएनवी के उप ¨प्रसिपल ने दी। बताया गया कि कार्रवाई जिला प्रशासन के निर्देश पर की गई है। निष्कासित सभी छात्र सीनियर क्लास के हैं। निष्कासित छात्रों में कई दसवीं और बारहवीं की परीक्षा दे रहे हैं। उसे परीक्षा से वंचित नहीं किया गया है। ऐसे छात्रों को घर पर रहकर परीक्षा में शामिल होने का निर्देश दिया गया है। प्रशासन की इस कार्रवाई से संबंधित छात्रों के पैरेंट्स को अवगत करा दिया गया है। घटिया भोजन और पठन-पाठन की गिरती व्यवस्था के विरोध में शेखपुरा में जवाहर नवोदय विद्यालय के छात्रों ने जमकर हंगामा किया।

टीचर भी करते हैं गुटबाजी

विवाद के पीछे टीचर भी कम जिम्मेदार नहीं है। उनकी गुटबाजी भी मुख्य वजह है। कई अभिभावकों और सूत्रों ने बताया कि कुछ टीचर मनमानी करते हैं। दाल नहीं गलने पर छात्रों को मोहरा बनाकर बबाल खड़ा करते हैं। जानकर सूत्रों के अनुसार नए बबाल की जड़ कूल में 18 लाख रुपए से कुछ सामानों की खरीदारी है। कुछ टीचर खरीदारी में हिस्सेदारी चाहते हैं। छात्रों को भड़काकर ¨प्रसिपल पर दबाव बनाते हैं। ज्ञात हो कि जेएनवी में टीचर्स की गुटबाजी तोड़ने के लिए 2003 में डीएम की पहल पर कई टीचर हटाए गए थे। बच्चों के फोन पर कई पैरेंट्स शनिवार आधी रात से ही परेशान रहे। पुलिस की पिटाई की शिकायत कई छात्रों ने रात में ही अपने पैरेंट्स को फोन पर दी थी। आधी रात को मिली सूचना के बाद पैरेंट्स रविवार सुबह से ही स्कूल पहुंचने लगे। पैरेंट्स रामशिला देवी, उमाशंकर सिंह, ललन कुमार और जयप्रकाश ने बताया कि स्कूल की व्यवस्था लगातार गिर रही है। शिकायत करने पर स्कूल प्रबंधन बच्चों को प्रताडि़त करता है। रामशिला देवी ने बताया कि बेटे ने रात में बारह बजे फोन पर सूचना दी कि पुलिस रात में छात्रों की पिटाई कर रहे हैं।

सीनियर छात्रों से त्रस्त हैं लोग

यहां के सीनियर छात्र क्या-क्या करते हैं। इनकी दास्तां हॉस्टल से सटे रिहायशी इलाके के लोग बताते हैं। लोग बताते हैं कि सीनियर छात्रों के डर से महिलाएं और युवतियां घरों की छतों पर नहीं जा पाती।