- काउंसिलिंग लेने पहुंचे अभ्यर्थियों की संख्या रही बेहद कम

- 340 में से केवल 177 ही पहुंचे काउंसिलिंग के लिए

Meerut : मेरठ मंडल के सरकारी स्कूलों में सहायक अध्यापक प्रशिक्षित स्नातक के खाली पदों पर भर्ती के लिए काउंसिलिंग के लिए शुक्रवार को केवल पचास प्रतिशत ही अभ्यर्थी पहुंच पाए। काउंसिलिंग के दौरान अभ्यर्थियों की दिक्कतों के समाधान के लिए एक स्पेशल काउंटर भी बनाया गया। काउंसिलिंग के लिए फ्ब्0 में से क्77 अभ्यर्थी ही पहुंच पाए।

एक ही रोल नंबर दो अभ्यर्थी

काउंसिलिंग के लिए मेरठ से एक ही अभ्यर्थी की काउंसिलिंग के लिए दो अभ्यर्थी एक रोल नंबर पर पहुंच गए। दोनों अभ्यर्थियों के पास एक ही रोल नंबर से अलग-अलग फोटो चिपके हुए फॉर्म मिले थे। चेकिंग के दौरान दोनों अभ्यर्थियों के फर्जी होने की संभावना जताई गई। काउंसिलिंग के दौरान दोनों के ही फॉर्म को निरस्त कर दिया गया और काउंसिलिंग के लिए भी मना कर दिया गया।

बहन के फॉर्म पर फोटो लगाकर पहुंची

जहां एक ही रोल नंबर पर दो अभ्यर्थी पहुंचे वही एक केस ऐसा भी आया हुआ था, जिसमें एक अभ्यर्थी अपनी बहन के फॉर्म पर फोटो लगाकर काउंसिलिंग के लिए पहुंच गई। अभ्यर्थी का फॉर्म चेक करने के बाद जब यह बात पता लगी तो उसका फॉर्म निरस्त कर दिया गया। जीआईसी प्रिंसीपल फतेह चंद ने बताया कि इस तरह के फॉर्म को चेक करने के बाद निरस्त कर दिया गया है और काउंसिलिंग भी निरस्त कर दी गई है।