-विजयनगर में श्री भोजनालय के सामने हुआ हादसा

- दोनों मासूम साइकिल से स्कूल से घर लौट रहे थे

- गुस्साए लोगों ने हंगामा करते हुए रोड जाम की, ड्राइवर को पकड़कर पीटा

KANPUR :

शहर में ट्रक यमदूत बन गए हैं। इसे पुलिस की लापरवाही कहेंगे या सेटिंग कि ड्राइवर नो इंट्री पर भी धड़ल्ले से घुस जाते हैं। जिसका ताजा प्रमाण मंगलवार को विजयनगर में हुआ हादसा है। जिसमें नो इंट्री में घुसे ट्रक ने दो मासूम को कुचल दिया। दोनों की मौके पर मौत हो गई। ड्राइवर ने भागने की कोशिश की, लेकिन पब्लिक ने उसको दौड़ाकर पकड़ लिया। गुस्साए लोगों ने बवाल करते हुए रोड पर जाम लगा दिया। पुलिस ने मौके पर जाकर लोगों को समझाकर शान्त कराया। जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम भेजा गया।

स्कूल से घर लौट रहे थे

विजय नगर में रहने वाले पप्पू उर्फ दिनेश फर्नीचर का काम करते हैं। उनके परिवार में पत्नी संगीता, दो बेटे अनूप, लकी और दो बेटियां संगीता व अनुष्का है। जिसमें अनूप (क्क्) सबसे छोटा था। वो एसआर मॉडल स्कूल में पढ़ता था। वो दोस्त बादल (क्0) के साथ साइकिल से स्कूल जाता था। बादल के पिता सुरेश प्राइवेट जॉब करते है। बादल चार भाइयों में सबसे छोटा था। मंगलवार को दोनों स्कूल गए थे। वे दोपहर में साइकिल से घर लौट रहे थे। वे विजयनगर में श्री भोजनालय के सामने पहुंचे थे कि कालपी रोड से आ रहे ट्रक ने साइकिल में टक्कर मार दी। दोनों उछलकर रोड पर गिर गए। ड्राइवर ने ट्रक भगाने की कोशिश की जिससे दोनों मासूम उसकी चपेट में आ गए। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। गुस्साए लोगों ने ट्रक का पीछा कर ड्राइवर को पकड़ लिया। उसको पीटते हुए लोगों ने रोड पर जाम लगा दिया। पुलिस मौके पर पहुंची तो गुस्साए लोगों की उनसे कहासुनी हो गई। एसओ ने किसी तरह लोगों को समझाकर शान्त कराया और शव को पोस्टमार्टम भेज दिया।

नो इंट्री में घुसा था ट्रक

विजयनगर में जिस जगह हादसा हुआ। वो नो इंट्री प्वाइंट है। उससे पहले भाटिया तिराहे पर ट्रक को रोक दिया जाता है, लेकिन इसके बाद भी ट्रक नो इंट्री पर आ गया था। सवाल है कि ट्रक नो इंट्री में कैसे घुसा। या तो ड्राइवर की पुलिस सेटिंग थी या वो पुलिस को गच्चा देकर नो इंट्री में घुस गया था।

जाजमऊ में ट्रक ने सिक्योरिटी गार्ड को रौंदा

जाजमऊ में रविवार की रात को तेज रफ्तार ट्रक ने पुरानी चुंगी पर जय मंगल यादव को रौंद दिया। उसकी मौके पर मौत हो गई। वो बंगाली घाट का रहने वाला था और न्यू लाइट टेनरी में सिक्योरिटी गार्ड था। उसके दो बेटे अवधेश और प्रमोद है। दोनों मां के साथ रिश्तेदार के घर गए हैं। पुलिस ने उनको सूचना देकर शव को पोस्टमार्टम भेज दिया।

हादसों से नहीं लिया कोई सबक

सिटी में ओवर लोडेड ट्रकों की वजह से अक्सर हादसे होते हैं। किसी न किसी को अपनी जान से हाथ धोना पड़ता है। हादसे किसी न किसी वजह से होते हैं। लेकिन क्या इन हादसों से लोग सबक लेते हैं। क्या इन हादसों की वजहों को खत्म करने का प्रयास किया जाता है। शायद नहीं किया जाता है। सिटी के जिन इलाकों में पिछले दिनों ओवर लोडेड ट्रकों की वजह से हादसे हुए हैं। उन इलाकों में आज भी इन ट्रकों की धमा चौकड़ी आसानी से देखी जा सकती है।

हमें किसी का डर नहीं

ट्यूजडे को हुए एक्सीडेंट से कुछ दिन पहले केशवपुरम चौराहे के पास ओवर लोडेड ट्रक ने एक स्कूली मैजिक को टक्कर मार दी थी। जिसमें म् बच्चे घायल हुए थे। जब ट्यूजडे को आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने उस घटना स्थल को चेक किया। तो वहां रोज की स्थितियां दिखाई दीं। यहां से भारी वाहन बड़ी आसानी से आते हुए देखे जा सकते हैं। इस रोड पर ट्रैफिक न के बराबर होता है। अत: वाहन फर्राटा भरते हुए भागते हैं। केशवपुरम चौराहे पर आकर ये वाहन मसवानपुर के लिए मुड़ जाते हैं। एक ट्रक काफी तेजी से आया और उतनी ही तेजी से मुड़ गया। इन्हीं भारी वाहनों की वजह से हादसे होते हैं। दरअसल कल्याणपुर चौराहे पर पिकेट बैठती है। वसूली से बचने के लिए इस रास्ते का प्रयोग करते हैं।

आने-जाने का कोइर् समय नहीं

कुछ दिनों पहले गुरुदेव टाकीज चौराहे के पास एक ओवर लोडेड ट्रक की टक्कर से एक बच्ची की मौत हुई थी। वैसे तो जीटी रोड पर सुबह म् से क्क् बजे व शाम को भ् से 9 बजे तक भारी वाहनों की नो एंट्री रहती है। लेकिन फिर भी भारी वाहन धड़ल्ले से चलते हुए देखे जा सकते हैं। भारी वाहन तो छोडि़ए ओवर लोडेड ट्रक आसानी से धमाचौकड़ी मचाते हुए दिखते हैं। ट्यूजडे को दोपहर क् बजे करीब ख् ओवर लोडेड ट्रक गुरुदेव चौराहे के पास से गुजरे।

इन्हें कोई रोकता भी नहीं

जरीब चौकी पर एक बार नहीं बल्कि कई बार भारी वाहनों से हादसे हुए हैं। पिछले महीने एक महिला की मौत हो गई थी। जरीब चौकी के पास भी भारी वाहनों की नो एंट्री रहती है। लेकिन फिर भी धड़ल्ले से भारी वाहन चलते हैं। रिपोर्टर ने देखा कि इस चौराहे के आसपास से तो ओवर लोडेड ट्रक आसानी से निकल जाते हैं। उन्हें वहां ट्रैफिक ड्यूटी पर तैनात कोई सिपाही रोकता भी नहीं है।

यहां भी कोई फर्क नहीं पड़ता

अफीम कोठी से जरीब चौकी की तरफ दिन भर भारी वाहनों की नो एंट्री रहती है। इस रोड पर अफीम कोठी चौराहे के पास दिसंबर में दो भाईयों की ट्रक से टक्कर के चलते मौत हो गई थी। लेकिन आज भी यहां नो एंट्री रूल आसानी से टूटता है। रिपोर्टर ने देखा कि ओवर लोडेड ट्रक बड़ी आसानी से यहां से गुजर रहे थे। जिन्हें कोई रोकने वाला नहीं था।

ये सिटी के मेन नो एंट्री प्वाइंट

- झकरकटी से कोपरगंज सुबह म् बजे से क्क् बजे तक शाम को भ् बजे से 9 बजे तक। सर्दियों में शाम को ब् बजे से रात 9 बजे तक

- अफीम कोठी चौराहा से डिप्टी पड़ाव की ओर सुबह म् बजे से रात 9 बजे तक

- कलक्टरगंज चौराहे से मूलगंज की तरफ व कलक्टरगंज चौराहे से हरबंशमोहाल, कलक्टरगंज से दालमंडी की ओर सुबह म् बजे से 9 बजे तक

- कटहरी बाग, वीआईपी रोड पर भारी वाहन, हाथ ठेला, भैंसा ठेला, खड़खड़ा के लिए

- रावतपुर से वीआईपी रोड, मेडिकल कालेज क्रासिंग से स्वरूपनगर, ईदगाह की तरफ

- पुराने गंगापुल पर भारी वाहन व मध्यम भारी वाहन

- टाटमिल से घंटाघर वाली रोड, हालसी रोड पर

- गिलिस बाजार से मूलगंज के बीच, डिप्टी पड़ाव से जरीब चौकी, डिप्टी पड़ाव से लाटूश रोड, नयागंज चौराहे से कलक्टरगंज, रामनारायण बाजार से शिवाला, यतीमखाना से हलीम कालेज तक सुबह म् बजे से रात 9 बजे तक

- एबी चुंगी, जीटी रोड से कटहरी बाग

- डीआईजी पीएसी आवास तिराहा से फेथफुलगंज की तरफ सुबह म् बजे से रात 9 बजे तक

- जयपुरिया तिराहा जीटी रोड से रेलबाजार स्टेशन की तरफ सुबह म् बजे से रात 9 बजे तक

- सीटीआई क्रासिंग से चावला मार्केट चौराहा व पापुलर धर्मकांटा तक सुबह म् बजे से रात 9 बजे तक

- नन्दलाल चौराहे से गोविंदनगर पुल तक

- जरीब चौकी से डिप्टी पड़ाव सुबह म् बजे से रात 9 बजे तक

- गुमटी नंबन भ् से 80 फिट रोड की तरफ सुबह म् बजे से रात 9 बजे तक

- कोका कोला चौराहा से मोतीझील की तरफ सुबह म् बजे से रात 9 बजे तक

- रावतपुर से नवाबगंज थाना की तरफ

- नवीन मार्केट में प्रवेश कारसेट चौराहा व एमजी कालेज की तरफ से नहीं जा सकता है

- जूही तिराहे से अफीम कोठी की तरफ सुबह म् बजे से क्क् बजे तक, शाम को फ् बजे से 9 बजे तक, अफीम कोठी से जरीब चौकी की तरफ सुबह म् बजे से रात 9 बजे तक

- रामादेवी से कल्याणपुर तक सुबह म् बजे से क्क् बजे तक

- कल्याणपुर चौराहे से पनकी के लिए सुबह म् बजे से रात 9 बजे तक

- हरजेन्दर नगर चौराहे से कैंट क्षेत्र के लिए

- बीमा चौराहे से सर्किट हाउस की तरफ

- जीटी रोड पीएसी मोड़ से श्याम नगर होकर बाईपास के लिए

- नौबस्ता से बारादेवी के लिए

- किदवई नगर चौराहे से साइट नंबर क् तक

- बारादेवी चौराहे से जूही ढ़ाल नौबस्ता एवं गोविंदनगर के लिए सुबह 7 बजे से रात क्0 तक

- शिवाला मार्केट से बड़ा चौराहा कोई भी वाहन मना है

- चौबेपुर से कोई भी भारी वाहन सुबह 9 बजे से दिन में क्ख् बजे तक, शाम को भ् बजे से रात 9 बजे तक

- रमईपुर की ओर से सिटी में सुबह 9 बजे से क्ख् बजे तक, शाम को भ् बजे से 9 बजे तक

- बाईपास एलएमएल चौराहे से सुबह 9 बजे से क्ख् बजे तक, शाम को भ् बजे से 9 बजे तक सिटी की ओर

- दादानगर चौराहे से क्00 मीटर दूर पारले जी फैक्ट्री के सामने से कानपुर की ओर सुबह 7 बजे से क्क् बजे तक, दिन में क् बजे से रात क्0 बजे तक

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