खुशरोबाग के मुख्य उद्यान विशेषज्ञ ने दर्ज कराया जालसाजी का मुकदमा
ALLAHABAD: पहले पत्नी और फिर बेटे ने पिता का वारिश बताकर नौकरी पा ली। किसी को इसकी हवा तक नहीं लगी। आरटीआई के तहत मांगी गई सूचना से भेद खुला तो मां-बेटे दोनों को नौकरी से हाथ धोना पड़ गया। दोनो के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी गई है। जल्द ही दोनों फ्राड के आरोप में जेल भी भेजे जा सकते हैं।
उद्याग विभाग का मामला
खुशरोबाग में उद्यान विभाग का कार्यालय स्थित है। प्रतापगढ़ जनपद के देवकली गांव के रहने वाले लाल बहादुर उद्यान विभाग में नौकरी करते थे। नौकरी के दौरान ही उनकी मौत हो गई। पति की मौत के बाद पत्नी बिंदु देवी ने खुद को वारिस बताकर नौकरी के लिए आवेदन किया। उनके आवेदन पर नौकरी मिल भी गई। इसी दौरान बेटे विनोद ने भी पिता की मौत का हवाला देते हुए विभाग में मृतक आश्रित कोटे में नियुक्ति के लिए आवेदन किया। सेटिंग ठीक हो गई तो उसे भी नौकरी मिल गई। दोनों अपनी-अपनी जगह नौकरी करने लगे।
RTI के तहत मांगी जानकारी
इसकी भनक दूसरों को लगी तो उन्होंने सूचना का अधिकार के तहत विभाग से इस संबंध में जानकारी मांग ली। इसमें पता चला कि दोनों मृतक आश्रित कोटे में नौकरी कर रहे हैं। इसके बाद आरटीआई के तहत सूचना मांगने वाले ने इस प्रकरण को सबूत के साथ विभागीय अधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत किया। मामला संज्ञान में आने के बाद मुख्य उद्यान विशेषज्ञ भानु प्रकाश ने निदेशक को पत्र लिखकर इसकी जानकारी दी। उन्होंने इस पर तत्काल कार्रवाई का आदेश दे दिया। इसके बाद खुल्दाबाद थाने में मां-बेटे के खिलाफ फ्राड का मुकदमा दर्ज कराया गया। दोनों को नौकरी से बर्खास्त कर दिए जाने की भी सूचना है।
मुख्य उद्यान विशेषज्ञ की तहरीर के आधार पर मां बेटे के खिलाफ जालसाजी का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
-तुषार त्यागी,
इंस्पेक्टर खुल्दाबाद