मेवा लाल की बगिया के निकट हुआ दर्दनाक हादसा, बाइक से थे दो युवक

दोनों थे संविदा के कर्मचारी, जा रहे थे डयूटी पर, दोनों परिवारों में मातम

ALLAHABAD: ड्यूटी पर बाइक से जा रहे दो युवक अनियंत्रित रफ्तार ट्रक के पहिए में फंसकर जान गंवा बैठे। दोनों दुर्घटना के बाद चक्के में फंसकर करीब दो सौ मीटर तक घसीटते चले गए। यह घटना लाइव देखने वाले स्तब्ध थे। उन्होंने ट्रक चालक के ब्रेक न मारने पर उसका पीछा कर लिया और कुछ दूर पर जाने के बाद उसे पकड़ भी लिया और फिर जमकर धुना। बाद में मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

करछना ब्लाक में थी तैनाती

मरने वालों का नाम अशोक यादव (25भ्) और राजेंद्र पटेल (27) था। सोरांव थाना क्षेत्र के शिवगढ़ प्रसादपुर के रहने वाले कृष्ण कुमार पटेल सब्जी का कारोबार करते हैं। उनके चार बेटों में सबसे छोटा राजेंद्र करछना ब्लॉक में संविदा कर्मचारी था। करछना ब्लॉक में ही प्रतापगढ़ के उदयपुर थाना क्षेत्र के चकिया राजापुर निवासी सुभाष यादव का बेटा अशोक भी ऑपरेटर के पद पर संविदा कर्मचारी था। नौकरी लगने के बाद से अशोक जार्जटाउन थाना क्षेत्र स्थित रामप्रिया रोड पर किराए का कमरा लेकर रहता था। शनिवार की सुबह राजेन्द्र बाइक से डयूटी जाने के लिए करछना के लिए निकला था। वह यमुना स्थित नए पुल पर पहुंचा ही था। तभी उसे अशोक इंतजार करते हुए मिल गया। राजेन्द्र ने अशोक को बाइक पर बैठा लिया और फिर दोनों एक साथ हो लिए। दोनों जैसे ही नैनी क्षेत्र के मेवा लाल की बगिया के निकट पहुंचे, पीछे से आ रही एक ट्रक ने ठोकर मार दी। इससे बाइक पलट गयी तो पिछला हिस्सा ट्रक में फंस गया इससे दोनों काफी दूर तक ट्रक के साथ घसीटते चले गए। दोनों की मौके पर ही मौत हो गयी।

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पब्लिक उबली, चालक को पीटा

घटना देख आक्रोशित लोगों ने ट्रक चालक का पीछा कर लिया। चालक ने भागने की पूरी कोशिश की लेकिन पब्लिक ने उसे सफल नहीं होने दिया। पब्लिक ने पकड़ने के बाद उसकी जमकर ठुकाई की। कुछ ही देर में सूचना पाकर नैनी पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। लोगों ने चालक को पुलिस के हवाले कर दिया। जेब में मिले पहचान पत्र के आधार पर मृतकों की पहचान हुई तो घरवालों को खबर दी गई और बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।

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डेढ़ साल पहले हुई थी शादी

पोस्टमार्टम हाउस पर पहुंचे श्वसुर रामसुख यादव ने बताया कि अशोक की शादी डेढ़ साल पहले राजी खुशी हुई थी। उसकी शादी से परिवार लोग काफी खुश थे। नौकरी के चलते वह पत्‍‌नी सुशीला को शहर नहीं ले गया था। पत्‍‌नी को वह गांव में ही रखा था। पिता सुभाष भी चेन्नई में काफी सालों से प्राइवेट जाब कर रहे हैं। घर में अशोक दो भाई और दो बहनों में सबसे बड़ा था और परिवार का पालन पोषण उसके जिम्मे था। इसी प्रकार राजेंद्र पटेल की मौत से उसके परिवार में मातम का माहौल छाया गया। राजेन्द्र की अभी शादी नहीं हुई थी। परिवार के लोग उसकी शादी के लिए लगे हुए थे। उसके रिश्ते की बात भी चल रही थी। वह चार भाई और दो बहनों में सबसे छोटा था। दुर्घटना में मौत से दोनो परिवारों में सन्नाटा पसर गया।