RANCHI : अनगड़ा थाना क्षेत्र के जराटोली की रहने वाली एक विक्षिप्त महिला ने रविवार सुबह अपने दो माह के बेटे को टैगोर हिल से फेंक दिया। हालांकि वह बच्चे को दूर तक नहीं फेंक सकी। उसने अपने दो और बेटों को भी धक्का देने की कोशिश की पर वहां मौजूद लोगों की वजह से तीनों बच्चों की जान बच गई। वहां मौजूद लोगों ने तत्काल घटना की जानकारी चाइल्ड हेल्पलाइन और बरियातू थाने को दी। मौके पर पहुंची पुलिस महिला को साथ ले गई और बच्चों को वहीं छोड़ दिया। इसके बाद वहां पहुंची चाइल्ड हेल्पलाइन की मेंबरों ने बच्चे को रिम्स में एडमिट कराया जहां उसकी स्थिति नाजुक बनी हुई है।

क्या है मामला

अनगड़ा के जराटोली की रहने वाली पल्लवी देवी शनिवार सुबह ही अपने तीनों बच्चों को लेकर घर से निकल गई थी। जब काफी देर तक वह नहीं लौटी तो घरवाले परेशान हो गए। उन्होंने आसपास काफी छानबीन की फिर भी उसकी कोई जानकारी नहीं मिली। रविवार सुबह टहलने गए हरमिंदर सिंह और रतन शर्मा की नजर महिला पर पड़ी। वह अपने बच्चों के साथ वहां थी। उसी समय महिला ने अपने दो माह के बच्चे को फेंक दिया। जब वह अपने दो अन्य बच्चों को धक्का देने जा रही थी तो हरमिंदर और रतन जी ने बढ़कर उसे रोका और इसकी जानकारी बरियातू पुलिस और चाइल्ड हेल्पलाइन को दी। जहां चाइल्ड हेल्पलाइन को बच्चे की जेब से घर का नंबर मिला और घरवालों को इसकी सूचना दी गई।

पुलिस ने बच्चों को वहीं छोड़ा

मौके पर पहुंची बरियातू पुलिस महिला को साथ थाने ले गई और बच्चों को वहीं पहाड़ पर छोड़ दिया। पुलिस को दो माह के बच्चे पर भी दया नहीं आई। इसके बाद घटनास्थल पर पहुंची चाइल्ड हेल्पलाइन के सदस्यों ने बच्चे को रिम्स के पेडियाट्रिक वार्ड में भर्ती कराया। जहां उसका इलाज चल रहा है।

बच्चे के बैग में मिला घर का नंबर

टैगोर हिल से जब पुलिस महिला को लेकर थाने आ गई तो चाइल्ड हेल्पलाइन के मेंबर्स को एक बच्चे के पास प्लास्टिक के बैग में घर का नंबर मिला। घरवालों को जब इसकी सूचना मिली तो वे लोग भागे-भागे रिम्स पहुंचे। जहां दो माह के बच्चे की स्थिति नाजुक बनी हुई है। वहीं एक बच्चे की उम्र फ् वर्ष है जबकि दूसरे बच्चे की उम्र डेढ़ साल है।

रिनपास में चल रहा है महिला का इलाज

बताया जाता है कि महिला की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। जिसका इलाज रिनपास में चल रहा है। पहले भी एक बार वह बच्चों को लेकर गांव में ही निकल गई थी। इलाज के बाद उसकी स्थिति नॉर्मल हुई। लेकिन शनिवार को अचानक फिर उसे दौरा पड़ा और वह अपने बच्चों को साथ लेकर घर से निकल गई। लोगों के अनुसार वह शनिवार से ही टैगोर हिल पर थी।