-नौसढ़ और कचहरी में चल रहा निर्माण

-सितंबर के अंत काम पूरा कराने का निर्देश

GORAKHPUR: शहर में सरकारी बसों से लगने वाले जाम से सितंबर के बाद ही निजात मिल सकेगी। कचहरी और नौसढ़ बस अड्डे का निर्माण पूरा होने से बसों का संचालन बांट दिया जाएगा। नौसढ़ बस अड्डे से रोडवेज की दो सौ बसों का संचालन किया जाएगा। इससे कचहरी बस अड्डे का बोझ कम हो जाएगा, इसका फायदा शहर के लोगों को मिलेगा। रोडवेज के अधिकारियों का कहना है कि दोनों बस अड्डों का निर्माण पूरा होते ही रेलवे स्टेशन के गोरखपुर डिपो की नई बिल्डिंग का निर्माण शुरू हो जाएगा।

अतिरिक्त बसों की भीड़ से लगता था जाम

कमिश्नर ऑफिस के सामने राप्ती नगर डिपो का कचहरी बस अड्डा है। यहां से वाराणसी, इलाहाबाद के लिए वाया आजमगढ़ और मऊ बसों का संचालन होता था। पुराने बस अड्डे पर जगह का अभाव होने से रोड पर बसों को खड़ा करना पड़ा था। इस वजह से कमिश्नर कार्यालय के सामने जाम लग जाता था। कमिश्नर कार्यालय पर जाम लगने से अंबेडकर चौराहा और छात्रसंघ चौराहा भी प्रभावित होता था। दोनों ओर जाम बढ़ने पर इसका असर बेतियाहाता, हरिओम नगर सहित अन्य जगहों पर नजर आता था। इसके अलावा नौसढ़ से जब बसों के शहर में प्रवेश करने के दौरान भी समस्या बनी रहती थी। इसको देखते हुए कचहरी और नौसढ़ बस अड्डे के आधुनिकीकरण के लिए प्लान तैयार किया गया। यूपी गवर्नमेंट से बजट मिलने पर निर्माण कार्य शुरू हो गया है। बताया जाता है कि नौसढ़ बस अड्डे से बसों का संचलन होने की वजह से भू माफियाओं ने धीरे-धीरे कब्जा जमाना शुरू कर दिया था। पिछले साल यहां से बसों का संचलन होने पर बस अड्डे की भूमि सुरक्षित हो सकी।

यह की जाएगी व्यवस्था

नौसढ़ बस अड्डे बैठने के लिए पर्याप्त स्थान होगा।

यात्रियों के आधुनिक सुख- सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी।

बेहतर सीट और बेंच वाले वेटिंग हाल में मनोरंजन का साधन होगा।

महिला, पुरुष और दिव्यांग के लिए अलग-अलग टायलेट बनाए जाएंगे

कैंपस में रेस्टारेंट की व्यवस्था की जाएगी। पानी के लिए वाटर वेडिंग मशीने लगेंगी।

सुरक्षा के लिहाज से कैंपस में जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।

आवागमन करने वाले यात्रियों की मेटल डिटेक्टर से जांच पड़ताल की जाएगी।

यह होगा फायदा

- नौसढ़ बस अड्डे से दो सौ बसों का संचालन विभिन्न रूट्स पर किया जाएगा।

- वाराणसी, इलाहाबाद, गाजीपुर, मऊ, बलिया और आजमगढ़ के लिए संचलन होगा।

- नौसढ़ बस अड्डे पर बसों के रुकने से दो सौ बसों का आवागमन शहर में नहीं होगा।

- कचहरी बस अड्डे से महज सौ से 150 बसों का संचलन कराया जाएगा।

- कचहरी बस स्टेशन के आधुनिक होने से बसें सड़क पर खड़ी नहीं होंगी।

- 10 किमी के दायरे में रहने वाले लोकल पब्लिक को बस पकड़ने शहर में नहीं होगा।

नौसढ़ और कचहरी बस स्टेशन के नए भवन का निर्माण कार्य सितंबर माह तक पूरा करने का टारगेट रखा गया है। नौसढ़ में नया बस डिपो बनने से वाराणसी और इलाहाबाद की रूट की दो बसों का संचलन होगा। इस बसों के शहर में प्रवेश न करने से ट्रैफिक का लोड कम होगा।

सुग्रीव राय, रीजनल मैनेजर, यूपी रोडवेज गोरखपुर