RANCHI:हॉस्पिटल के इमरजेंसी वार्ड में बेड की कमी होने की वजह से कई बार एक बेड पर ही दो-दो मरीजों का इलाज किया जा रहा है। पेशेंट को तत्काल ऑक्सीजन और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए ऐसा किया जा रहा है। लेकिन, ऐसे में मरीज को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

गलियारे में लगा बेड

हॉस्पिटल में मरीजों की संख्या बढ़ने से कई वार्ड के गलियारों में पेशेंट्स का इलाज किया जा रहा है। वार्डो के सभी बेड फुल हो जाने से गलियारों में ही बेड लगा दिया गया है। ऐसे में लोग जमीन पर भी इलाज करा रहे हैं। हॉस्पिटल के अलग-अलग वाडरें में करीब 14 सौ बेड हैं, फिलहाल सभी फुल हैं।

वार्ड में 6 की जगह 8 बेड

मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए हॉस्पिटल के कुछ वार्डो में एक्स्ट्रा बेड लगाए जा रहे है। जहां वार्ड के एक रूम में छह की जगह आठ बेड तक लगाए गए है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि रिम्स में मरीजों को हर हाल में बेहतर सुविधा मुहैया कराने की कोशिश की जा रही है।

और बेड बढ़ाने की जरूरत

हॉस्पिटल के कुछ डिपार्टमेंट्स में क्षमता से अधिक मरीज आ रहे हैं। इस वजह से लोगों का प्रॉपर इलाज नहीं हो पा रहा है। वहीं, कई मरीज तो हॉस्पिटल की ऐसी स्थिति देख मरीज को लेकर लौट जा रहे है। हॉस्पिटल में मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए बेड और बढ़ाने की जरूरत है।

बॉक्स।

हॉस्पिटल में हैं कुल 1400 बेड

रिम्स के विभिन्न विभागों को मिलाकर हॉस्पिटल में कुल 14 सौ बेड हैं। जबकि हॉस्पिटल में तत्काल पेशेंट की संख्या इससे भी अधिक है। ऐसे में लोगों के लिए यहां इलाज कराना मजबूरी है। सस्ता और बेहतर इलाज के लिए लोग यहां आते है। लेकिन, बढ़ रही भीड़ की वजह से मरीजों का प्रॉपर ट्रीटमेंट भी नहीं हो पाता।