RANCHI: कोतवाली थाना क्षेत्र निवासी व्यवसायी रमेश सिंधानिया के घर से बरामद राउरकेला की अपहृत दो बहनों के मामले में पुलिस व्यवसायी परिवार से पूछताछ करेगी। बच्ची के मार्च महीने में रेसक्यू होने के बाद मामले में एएचटीयू थाना में आरोपी व्यवसायी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। हालांकि, इस मामले में पुलिस की ओर से जांच कराई जा रही है। जांच कराने के बाद व्यवसायी परिवार पर कानूनी रूप से शिकंजा कस जाएगा। व्यवसायी परिवार भी खुद को अपहृत साबित होने के डर से कानूनी विशेषज्ञों से सलाह ले रहा है। वहीं, केस का स्टेटस जानने के लिए आईपीएस स्तर के अधिकारी जुटे हुए हैं। पुलिस उन आरोपियों को भी दबोचने की कोशिश में लगी है, जिन्होंने दोनों बहनों को अगवा किया था। मामले में व्यवसायी रमेश सिंधानिया और उसके परिवार से पूछताछ की जा सकती है।

लड़की के परिजनों पर दबाव

अपने ऊपर जुल्मों सितम ढानेवाले लोगों को अनिता सुन्ना उर्फ गौरी देवी उर्फ सिमरन रमेश सिंधानिया व उसके परिवार को सजा दिलाना चाहती है। अनिता सुन्ना का कहना है कि जब उन दोनों बहनों को अपहरण कर लाया गया था तो उन्होंने क्यों नहीं उसके परिवार को सूचना दी। इसमें रमेश सिंधानिया व उसके परिवार का स्वार्थ छिपा था। इसलिए उनलोगों ने न सिर्फ उनलोगों को डार्क में रखा था। उन्हें पुलिस को भी जानकारी देनी चाहिए थी। जब वह फरार हो गई तो उसकी भी तलाश नहीं की गई, न ही थाने में सनहा दर्ज किया गया था।

2008 में अगवा हुई थी दोनों बहन (बक्स)

गौरतलब हो कि वर्ष 2008 में जब दोनों बहन राउरकेला में फूल तोड़ने निकली थीं तो उसी वक्त पता पूछने के बहाने एक बुजुर्ग महिला ने मिठाई खिलाया था। इसके बाद दोनों बेहोश हो गई थीं। जब होश आया तो दोनों एक चावल के बोरे में कैद थी। दोनों 10 साल बाद अपने माता-पिता से मार्च महीने में मिले।

कोट

मामले की जांच की जा रही है। मामले में पुलिस तह तक जाने की कोशिश कर रही है। जल्द ही इसका रिजल्ट देखने को मिलेगा।

-श्यामानंद मंडल, इंस्पेक्टर, कोतवाली