- शाम में खाना खाकर गए थे गंगा किनारे

-धक्का-मुक्की खेल रहे थे सीढि़यों से लुढ़क गए

PATNA: पिछले एक वीक में गंगा के किनारे पानी का लेवल बढ़ते जा रहा है। एक दिन में गंगा दो फूट तक बढ़ जा रही है, लेकिन किसी को इससे कुछ लेना देना नहीं है। एडमिनिस्ट्रेशन सोया हुआ है, तो लोकल लेवल पर घाटों पर सिक्योरिटी का कोई खास अरेंजमेंट नहीं है। इस वजह से आए दिन यहां पर आने वाले लोग गंगा की तेज धार में कई दफा फंसते-फंसते बच जा रहे हैं। हर किसी को गंगा यह मौका नहीं दे पा रही है। ईद के दिन जब पूरा शहर खुशी मनाने में जुटा हुआ था। ठीक उसी समय गंगा किनारे की दो घाटों पर मौत का ऐसा खेल हुआ कि हर कोई गंगा की लहरों में देर रात तक एक टक लगाए रहे, लेकिन किसी का कुछ पता नहीं चल पाया।

तीन फंस गया, दो डूबा

ईद के मौके पर हर तरफ खुशियां थी, मगर शाम में दो बच्चों के की डूबने की खबर ने दो घरों की खुशियां उजाड़ दी। पीरबहोर थाना एरिया के गांधी घाट पर सैंट जेवियर्स में पढ़ने वाले दो बच्चे डूब गये। सब्जीबाग का रहने वाला समर अख्तर और सुल्तानगंज पत्थर की मस्जिद का रहने वाला आरिफ महमूद दोनों ही क्0 वीं के स्टूडेंट है। ईद के मौके पर कुछ और दोस्तों के साथ खुशी मनाने गांधी घाट पर दोनों गए थे। इस दौरान वे डेंजर जोन बन चुका एक छोटी सीढ़ी पर चले गए और आपस में एक दूसरे के साथ धक्का-मुक्की करने लगे। इस बीच, गंगा में लहर आयी और खड़े तीनों को लहर खींचने लगा। एक बच्चा अरमान किसी तरह निकल कर बाहर निकल गया, लेकिन दो बच्चे डूब गया। समर के पिता मो। राजा की होटल की दुकान है, जबकि आरिफ के पिता मो। तनवीर की चश्मे की दुकान है।

पहले भी डूब चुके हैं बच्चे

एक वीक पहले गांधी घाट पर दो बच्चे नहाने के दौरान डूब कर मर गए थे। बच्चे इंदिरा नगर के रहने वाले थे। ये लोग गंगा के किनारे दोस्तों के साथ मस्ती के लिए आए थे। गंगा की तेज लहरों का इन्हें अंदाजा नहीं हो पाया और वो गिर कर मर गए।

डेंजरस घाट

गांधी घाट

कृष्णा घाट

दरभंगा हाउस घाट

पीयू घाट

एलसीटी घाट

दीघा घाट