- पहली बार दो दिन होगा आईआईटी कानपुर का कॉनवोकेशन, 151 पीएचडी होल्डर्स को मिलेगी डिग्री

- भारत रत्‍‌न प्रो। सीएनआर राव और गै्रंडमॉस्टर विश्वनाथन आनंद को मिलेगी डॉक्टर ऑफ सांइस की मानद उपाधि

- यूएस की बफेलो यूनिवर्सिटी के प्रेसीडेंट प्रो। सतीश के त्रिपाठी आज देंगे डिग्री, भूकंप पर स्टडी के लिए हो सकता है कोलेबरेशन

KANPUR: आईआईटी कानपुर का 49वां दीक्षांत समारोह मंडे को होगा। जिसमें पहली बार रिकॉर्ड 2 हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स को डिग्री बांटी जाएगी। खास बात यह है इसी वजह से कंवोकेशन दो दिन होगा। मंडे को जहां पीजी कोर्सेस जैसे पीएचडी, एमटेक, एमबीए, एमडेस, एमएससी,एमएस जैसे कोर्सेस के स्टूडेंट्स का डिग्री बांटी जाएगी। वहीं दूसरे दिन यूजी कोर्सेस के स्टूडेंट्स को डिग्री मिलेगी। मंडे को ही भारतरत्‍‌न प्रो। सीएनआर राव को आईआईटी कानपुर की तरफ से डॉक्टर ऑफ साइंस की मानद उपाधि दी जाएगी। यूएस की प्रतिष्ठित बैफेलो यूनिवर्सिटी के प्रेसीडेंट प्रो.सतीश के त्रिपाठी चीफ गेस्ट के रुप में मौजूद रहेंगे। वहीं दूसरे दिन गै्रंड मॉस्टर विश्वनाथन आनंद को भी मानद उपाधि दी जाएगी जिसके लिए वह मंडे को अपनी पत्‍‌नी के साथ कानपुर पहुंचेंगे।

एकेडमिक रिव्यू के बाद पहला बैच

मंडे को जिन स्टूडेंट्स को डिग्री दी जाएगी, उनमें से ज्यादातर साल 2011 में शुरू हुए एकेडमिक रिव्यू कमेटी के नए कोर्सेस और फ्लैक्सिबल लर्निग प्रोग्राम वाले पहले बैच के हैं.आईआईटी कानपुर के डॉयरेक्टर प्रो। इंद्रनील मान्ना ने बताया यहां चलने वाले कोर्सेस किसी भी दूसरी आईआईटी से ज्यादा फ्लैक्सिबल हैं। यहां का कॉकटेल प्रोग्राम कई स्पेशल फीचर्स के साथ है। रिव्यू कमेटी के बाद निकलने वाले इस पहले बैच में डूअल डिग्री वाले यानी बीटेक एमटेक करने वाले 251 स्टूडेंट्स को डिग्री मिलेगी। इसके अलावा 8.5 सीबीआई से ऊपर वाले 165 स्टूडेंट्स को डिक्टेंशन भी दी जा रही है।

भूकंप को लेकर हो सकता है कोलेबरेशन

प्रो। इ्रंद्रनील मान्ना ने बताया की कांवोकेशन में बतौर चीफ गेस्ट मंडे को आने वाले यूएस की बोफैलो यूनिवर्सिटी के प्रेसीडेंट प्रो। सतीश के त्रिपाठी का अर्थ क्वेक को लेकर काफी काम है। इसलिए उनके साथ बातचीत में आईआईटी कानपुर और बोफैलो यूनिवर्सिटी के साथ कोलेबरेशन में स्टडी करने को लेकर कोलेबरेशन किया जा सके।

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आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस को नए मुकाम तक ले जाएंगे

वहीं कांवोकेशन में डूयल डिग्री में डॉयरेक्टर्स गोल्ड मेडल पाने वाले उन्नत जैन से भी अपनी सफलता का श्रेय अपने पिता मनोज कुमार जैन व मां नीलिमा जैन को दिया। मूल रूप से रामपुर से जुड़े और कोलकाता में रहने वाले उन्नत जैन के बड़े भाई धवल जैन दार्जिलिंग में आईएएस अफसर हैं। उन्नत ने बताया कि उसका इंट्रेस्ट और काम मशीन लर्निग व आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस को डेवलप करने में हैं। इसको लेकर आईआईटी में भी उसने प्रो। नंबूदरी के साथ काम किया। उसका अमेरिका की यूआईयूसी यूनिवर्सिटी में एमएस इन कंप्यूटर साइंस में सिलेक्शन हो गया है। जिसके लिए वह अगस्त में अमेरिका चला जाएगा औरवहां पर विजुअल प्ले रिक्गनिशन इमेज प्रोसेस को लेकर काम करेगा। इससे नेत्रहीनों को भी काफी मदद मिलेगी। साथ ही कंप्यूटर में भी एक तरह का आर्टीफिशियल विजन डेवलप हो सकेगा।