आगामी सत्र से सरकारी स्कूलों में शुरू होगी यह व्यवस्था

बढ़ती ड्रॉपआउट स्टूडेंट्स की संख्या है चिंता का विषय

Meerut। सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र अगर दो हफ्ते से ज्यादा स्कूल से गैर-हाजिर रहेंगे तो उन्हें सीधे ही ड्रॉपआउट की श्रेणी में डाल दिया जाएगा। स्कूलों में छात्रों की घटती संख्या पर शासन की ओर से यह निर्देश जारी किया गया है।

मांगे सुझाव

हाल ही में हुई बेसिक शिक्षा परिषद की बैठक में स्कूलों में छात्रों का रूझान पढाई की बढ़ाने के लिए विशेष सुझाव मांगे गए थे। जिसके बाद अन्य राज्य जैसे गुजरात व तेलांगना की तर्ज पर यह व्यवस्था लागू करवाने का प्रस्ताव जारी किया गया है। विभाग का कहना है कि पिछले सालों में ड्रॉपआउट स्टूडेंट्स की संख्या काफी रही है।

लागू होगी

सत्र के बीच में ही पढ़ाई छोड़ चुके स्टूडेंट्स को ड्रॉपआउट स्टूडेंट्स कहा जाता है। विभाग का कहना है कि कई बार देखने में आता है कि बच्चे बीच में ही पढ़ाई छोड़ देते हैं, जबकि कागजों में उनका नाम चलता रहता है। इससे सरकारी योजनाओं में भारी गड़बड़ी होती है। इस, योजना से ड्रापआउट स्टूडेंट की आड़ में किसी प्रकार की धांधली नहीं हो सकेगी। यह व्यवस्था आगामी सत्र से लागू होगी।

इस योजना पर विचार चल रहा है। ड्रॉपआउट स्टूडेंट्स का सही आंकड़ा न मिलने की वजह से सर्वे में भी दिक्कत आती है।

वीरेंद्र कुमार, डिविजनल कोर्डिनेटर, एमडीएम