- आरसीएस स्कीम के तहत सितम्बर से शुरु होने वाली थी कानपुर और वाराणसी के बीच सस्ती उड़ान सेवा

- डेवलपमेंट के नाम पर कानपुर और वाराणसी एयरपोर्ट अथॉरिटी के बीच फंसा है पेंच

VARANASI

हर तबके को उड़ान सेवा से जोड़ने की योजना प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में ही लेटलतीफी का शिकार हो रही है। जिसका शुभारंभ सितम्बर में ही हो जाना था, लेकिन दो एयरपोर्ट के बीच फंसे पेंच के कारण यह अब तक सिर्फ डिपार्टमेंट के फाइलों में उड़ रही है। केन्द्र सरकार के रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत कानपुर (चकेरी) एयरपोर्ट और वाराणसी के बीच सस्ती फ्लाइट सेवा शुरु होनी है। इसके लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने एयर ओडि़सा कम्पनी को टेंडर दिया है।

किफायती दर में हवाई सफर

हर वर्ग विमान में सफर करे, इसके लिए मिनिस्ट्री ऑफ सिविल एविएशन की ओर से पिछले साल अक्टूबर में आरसीएस (रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम) उड़ान (उड़े देश का हर नागरिक) योजना को लांच किया गया था। इस योजना के तहत देश के छोटे शहरों के साधारण व्यक्ति को भी किफायती दर पर हवाई सफर की सुविधा उपलब्ध कराने की सरकार की मंशा तो कई जगह सफल हो गयी। लेकिन प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में ही इस उड़ान सेवा को पंख नहीं लग सका।

दो एयरपोर्ट के बीच फंसा पेंच

कानपुर एयरपोर्ट के अधिकारी योजना लेट होने के पीछे डेवलपमेंट वर्क को असल वजह मान रहे हैं। क्योंकि वहां अभी रनवे रिकारपेंटिंग का कार्य प्रगति पर है। वहीं दूसरी ओर लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट के अधिकारियों का जवाब कुछ और ही है। उनका मानना है कि फिलहाल यूपी में उड़ान सेवा शुरु होने में काफी समय लग सकता है।

वर्जन

आरसीएस के तहत कानपुर - वाराणसी उड़ान सेवा में अभी और समय लग सकता है। क्योंकि अभी एयरपोर्ट पर कुछ डेवलपमेंट वर्क चल रहे हैं।

एके राय, डायरेक्टर एयरपोर्ट