-कलेक्ट्रेट में डीएम की अध्यक्षता में परसाखेड़ा में नाला निर्माण न होने की शिकायत पर डीएम ने की कार्रवाई

-मीटिंग में बिजली विभाग के सबसे ज्यादा 12 मामले पेंडिंग मिले, पीडब्ल्यूडी का झूठ पकड़ा गया

BAREILLY: बिजली विभाग उद्यमियों की प्रॉब्लम को दूर नहीं कर रहा है। जिला उद्योग बंधु की मीटिंग में सबसे ज्यादा 12 मामले बिजली विभाग से ही पेंडिंग मिले। डीएम पिंकी जोवल ने मीटिंग में बिजली विभाग को जल्द पेंडिंग मामलों के निस्तारण के निर्देश दिए। मीटिंग में बताया गया कि परसाखेड़ा रोड नंबर 3 पर से सुल्तनिया मजार तक नाला निर्माण कई वर्षो से पेंडिंग चल रहा है। वन विभाग और नगर निगम एक दूसरे पर मामले को टालते रहते हैं। इस पर डीएम ने नगर निगम के इंजीनियर, पॉल्यूशन कंट्रोल के अधिकारी और वन विभाग के अधिकारियों को मीटिंग के बाद रोक लिया और मंडे तक ही नाले के निर्माण के प्रस्ताव में आने वाली बाधाओं को दूर करने के ि1नर्देश दिए।

7 दिन बाद पब्लिक को मलबा उठाने की होगी छूट

उद्यमियों ने शिकायत की कि भोजीपुरा इंडस्ट्रियल एरिया में टायल्स सड़क के लेवल से नीचे लगवा दी गई हैं और टायल्स पर ट्रक खड़े रहते हैं, लेकिन पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने कहा कि कार्य हो चुका है। डीएम ने दोनों पक्षों से कहा कि दोनों एक साथ मौके पर जाकर निरीक्षण करें और पीडब्ल्यूडी पूरे वर्क का मैप लेकर आए। यहां कस्बे का पानी इंडस्ट्रियल एरिया में आने की प्रॉब्लम पर नाले का निर्माण कराए जाने की बात कही। इसके लिए पीडब्ल्यूडी ने 89 लाख का एस्टीमेट तैयार किया है। मीटिंग में डिसीजन लिया गया कि निर्माण एजेंसियां वर्क कराने के बाद रोड पर ही मलबा व निर्माण सामग्री छोड़ देती हैं, जिससे एक्सीडेंट होते हैं। डीएम ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि मलबे को 7 दिन में हर हाल में उठवा लिया जाए। 7 दिन बाद मलबा नहीं हटा तो पब्लिक को छूट होगी कि वह मलबा उठाकर का यूज कर सकेगी।