-ज्यादातर subject में 60% से ज्यादा रहा Net का qualifying percentage

-बहुत कम applicants वाले subjects का भी percentage काफी हाई

-JRF निकालने का ख्वाब पालने वालों की बढ़ी tension

vikash.gupta@inext.co.in

ALLAHABAD: 21 अप्रैल को जारी यूजीसी नेट (नेशनल इलीजिबिलिटी टेस्ट) के रिजल्ट ने नेट की आगामी परीक्षाओं के लिए तैयारी में जुटे उन स्टूडेंट्स की टेंशन बढ़ा दी है जो अभी तक यह सोच रहे थे कि एग्जाम का फार्मेट आब्जेक्टिव मोड में होने के कारण उन्हें आसानी से सफलता मिल जाएगी। लेकिन नेट के रिजल्ट ने अभी से यह संकेत दे दिया है कि 29 जून 2014 में होने वाला एग्जाम आसान नहीं होगा। नेट एग्जाम का क्वालीफाइंग कट आफ परसेंटेज तो कम से कम इसी ओर इशारा कर रहा है। इससे सबसे ज्यादा टेंशन में वे स्टूडेंट हैं, जो पहली बार इस एग्जाम के लिए एप्लाई करेंगे।

इसलिए high हुई merit

यूजीसी द्वारा जारी नेट के रिजल्ट में नई पॉलिसी (30 जून 2013 के रिजल्ट से लागू) के चलते मेरिट में आने वाले टॉप के 15 परसेंट परीक्षार्थियों को असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए सफल घोषित किया है। इससे रिजल्ट में क्वालीफाइंग कट ऑफ परसेंटेज काफी हाई हो गया है। इसे केवल इस बात से समझा जा सकता है कि नेट के पॉपुलर सब्जेक्ट की कट ऑफ मेरिट 60 परसेंट से ऊपर तक चली गई। यही नहीं कुछ विशेष भाषा पर बेस सब्जेक्ट का कट ऑफ भी इन्हीं पॉपुलर सब्जेक्ट के बराबर या उससे भी ऊपर पहुंच गया है। जबकि इन सब्जेक्ट्स में एग्जाम देने वालों की संख्या प्रत्येक एग्जामिनेशन सेंटर्स पर काफी कम होती है।

अब कोई उम्मीद न करे तो बेहतर

नेट के क्वालीफाइंग कट ऑफ परसेंटेज के काफी हाई रहने का ही कमाल है कि नेट के लास्ट रिजल्ट के कम्पैरिजन में इस बार देशभर से एग्जाम क्वालीफाई करने वालों की संख्या में और ज्यादा गिरावट आई है। 30 जून 2013 के रिजल्ट में जेआरएफ क्वालीफाई करने वालों की संख्या 4111 और लेक्चरर के लिए क्वालीफाई करने वालों की संख्या 25,431 थी। वहीं मंडे को आए 29 दिसम्बर 2013 के रिजल्ट में जेआरएफ की संख्या घटकर 3749 एवं लेक्चरर में 21,116 ही रह गई है। लास्ट एग्जाम के रिजल्ट के मुकाबले करेंट रिजल्ट के कट ऑफ में मामूली डिफरेंस ही देखने को मिल रहा है। हालांकि, पहले परीक्षार्थियों को यह उम्मीद थी कि लास्ट रिजल्ट के मुकाबले करेंट के रिजल्ट में कुछ सुधार होगा और सभी सब्जेक्ट का कट ऑफ गिरेगा। लेकिन ऐसा नहीं हो सका है और इसने आगामी परीक्षा के लिए भी परीक्षार्थियों को एलर्ट कर दिया है।

JRF वालों की बढ़ गई tension

करेंट रिजल्ट ने जेआरएफ निकालने की मंशा पालकर बैठे स्टूडेंट्स को अच्छा खासा परेशान कर दिया है। इनमें वे स्टूडेंट्स शामिल हैं, जिन्हें जेआरएफ के चलते फेलोशिप की मोटी रकम मिलती है। जेआरएफ का कट आफ परसेंटेज लेक्चरर के कट ऑफ से ज्यादा होता है।

सबपर भारी मैथिली

नेट के रिजल्ट में मैथिली ऐसा सब्जेक्ट रहा है, जिसका क्वालीफाइंग कट आफ परसेंटेज सबसे ज्यादा 79.43फ्% तक पहुंच गया। जबकि, न्यूनतम कट आफ मनीपुरी सब्जेक्ट का 41.14ब्% रहा है। बाकी सभी सब्जेक्ट के कट आफ इसी के बीच रहे हैं। ज्ञातव्य हो कि नेट का एग्जाम 95 सब्जेक्ट में कंडक्ट करवाया जाता है।

क्या है qualifying cut off percentage

दरअसल, नेट के एग्जाम में तीन पेपर होते हैं। इन तीनों पेपर को मिलाकर एक ऐसा परसेंटेज तय किया जाता है, जिसे एग्जाम के लिए क्वालीफाइंग माना जाता है। जेआरएफ और नेट का परसेंटेज डिफरेंट सब्जेक्ट के लिए अलग-अलग होता है।

Qualifying cut off percentage

Popular subject

Subject JRF Lecturer

इकोनामिक्स 65.14 60.57

पालिटिकल साइंस 65.14 60.00

फिलासफी 68.57 62.29

साइकोलॉजी 69.71 64.00

सोशियोलॉजी 69.71 62.86

हिस्ट्री 64.57 60.00

कॉमर्स 64.00 58.86

एजुकेशन 68.57 62.86

हिन्दी 70.86 65.14

ज्योग्राफी 66.86 61.14

मॉस कॉम। 65.14 60.57

संस्कृत 72.00 64.57

इन्हें भी जानें

Subject JRF Lecturer

बंगाली 73.14 57.71

कन्नड़ 72.57 66.86

मलयालम 68.57 62.86

उडि़या 74.86 68.00

पंजाबी 61.14 57.14

तमिल 64.00 58.86

तेलगू 66.29 61.71

गुजराती 71.43 60.57

मराठी 53.14 53.14

ये भी पीछे नहीं

Subject JRF Lecturer

इंग्लिश 73.14 60.00

फ्रेंच 74.29 62.29

स्पेनिश 71.43 62.86

रशियन 71.43 68.57

जर्मन 73.14 64.57

जैपेनीश 60.00 60.00

(नोट- दर्शाया गया क्वालीफाइंग कट आफ परसेंटेज जनरल कैटेगरी का है.)

ये था नेट में तीनों पेपर का मिनिमम मा‌र्क्स (प्रतिशत मेंर्)

केटेगरी पेपर-1 पेपर-2 पेपर-3

जनरल 40 40 50

ओबीसी 35 35 45

पीडब्लूडी/एसटी/एससी 35 35 40

(नोट- 29 जून 2014 परीक्षा से ओबीसी कैटेगरी के लिए थर्ड पेपर का मिनिमम मा‌र्क्स घटाकर चालीस परसेंट कर दिया गया है.)

Fact file

-मिनिमम मा‌र्क्स पाने पर चेक होती हैं कापियां

-क्वालीफाइंग कट ऑफ परसेंटेज होता है नेट उत्तीर्ण का न्यूनतम मानक

- लगातार दूसरे रिजल्ट में हाई रही है नेट की मेरिट

- मेरिट हाई होने से सफलता का प्रतिशत भी गिरा

-पॉपुलर के अलावा नन पॉपुलर सब्जेक्ट में भी मारामारी

-लेक्चरर से कहीं ज्यादा है जेआरएफ का कट ऑफ

- आगामी परीक्षाओं के लिए कड़ा मैसेज

-कसकर करनी होगी तैयारी तभी क्वालीफाई कर पाएंगे नेट