- गोल्ड मेडल पाने वाली एमडेस स्टूडेंट मिताली भसीन सहित पांच आईआईटियंस ने डेवलप की,

- किट में बच्चों के लिए चार्ट, गेम, पोस्टर और एनीमेशन वीडिओ को शामिल किया गया

- खेल-खेल में बच्चों को मिलेगी सेक्स एजूकेशन, कई स्कूलों में सफल रही है वर्कशॉप

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KANPUR: स्कूली बच्चों को सेक्सुअल हैरेसमेंट से बचाने के लिए आईआईटी के मेरीटोरियस स्टूडेंट्स ने एक किट डेवलप की है। इसे प्रोजेक्ट अम्ब्रेला का नाम दिया गया है। किट में वीडियो सीडी वाली इस किट में कार्टून गेम्स के जरिए बच्चों को उनकी बॉडी के प्राइवेट पा‌र्ट्स के बारे में जानकारी दी जाती है और उन्हें अवेयर किया जाता है। किट को इस तरह से तैयार किया गया है बच्चों को कोई झिझक न महसूस हो। इस किट के साथ आईआईटी कैंपस और सीतापुर के स्कूलों में प्रोजेक्ट अम्ब्रेला की वर्कशॉप की गई जिसके नतीजे काफी अच्छे मिले हैं। प्रोजेक्ट अम्ब्रेला का पेटेंट भी करीब 6 महीने पहले फाइल किया जा चुका है।

सामाजिक सरोकार में बेहतर काम

आईआईटी के 49वें दीक्षांत समारोह में सामाजिक सरोकार के प्रोजेक्ट में बेहतर वर्क करने पर मास्टर ऑफ डिजाइन की स्टूडेंट मिताली भसीन को रंजन कुमार मेमोरियल अवार्ड दिया गया। प्रोजेक्ट अम्ब्रेला किट में मिताली का रोल बेहद अहम है। मिताली भसीन ने बताया कि अम्ब्रेला किट को बनाने में अपूर्वा अग्रवाल, सचिन एनपी, स्नेहा परही, स्वंय सिद्धा पाणिग्रही सहित 5 आईआईटीयंस शामिल हैं। इन सभी का कैंपस प्लेसमेंट 9-18 लाख रुपए के पैकेज पर हो चुका है। प्रोजेक्ट में आईआईटी के प्रोफेसर सत्की रे व प्रो। झुमकी अयंगर ने स्टूडेंट्स को गाइड किया।

खेल खेल में बच्चों को अहम जानकारी

प्रोजेक्ट अम्ब्रेला किट में बच्चों के लिए चार्ट, गेम, पोस्टर और बच्चों के लिए एनीमेशन वीडिओ को शामिल किया गया है। प्रोजेक्ट अम्ब्रेला किट को तैयार करने से पहले काफी पेरेंट्स व्यूज लिए गए हैं। साइकियाट्रिस्ट डॉ। आलोक बाजपेई और प्राइमरी व जूनियर हाईस्कूल के टीचर्स से भी इस प्रोजेक्ट पर अहम राय ली गई है। उनके सजेशंस को इसमें शामिल किया गया है। अगस्त 2014 में प्रोजेक्ट पर वर्क शुरू किया गया था और अप्रैल 15 में पूरा हो गया था। दिसंबर 15 में पेटेंट के लिए फाइल किया गया।