प्यार की राजनीति या राजनीति से प्यार
बात किसी भी तरह से कहें पर अपनी फिल्मी जिंदगी में अगर किसी अभिलनेता के जयलललिता सबसे ज्यादा करीब रहीं तो वो एमजी रामचंद्रन ही थे। जिन्होंने उनका फिल्मी करियर भी संवारा और राजनीति की दुनिया में भी लेकर आये। उन्हीं की मौत के बाद जयललिता उनकी राजनीतिक विरासत की उत्तराधिकारी बनीं। उनका नाम हर पल एमजीआर के साथ जोड़ा गया। हालाकि जयललिता का कहना यहीहै कि वे उनके लिए केवल मेंटर ही थे। बहरहाल ये एमजीआर ही थे जिनके चलते जयललिता पहले राजनीति की नायिका बनी और आज उनके सर्मथक उन्हें मां का दर्जा देते हुए अम्मा भी कहते हैं। वैसे कभी कभी उन्हें प्यार में पुरातची तलाईवी यानि 'क्रांतिकारी नेता' कहकर भी बुलाया जाता है।
कई भाषाओं की फिल्मों में किया काम
मुख्य रूप से तमिल फिल्मों की अभिनेत्री रही जयललिता ने और भाषाओं की फिल्मों में भी काम किया है उसमें से दक्षिण की तेलुगू और कन्नड भाषायें प्रमुख थीं। उन्होंने बतौर नायिका अपनी पहली फिल्म 15 साल की उम्र में की थी जो कन्नड़ में ही थी। कन्नड भाषा में उनकी पहली रिलीज फिल्म 'चिन्नाडा गोम्बे' है जो 1964 में आयी थी। इसके बाद वो तमिल फिल्मों में आयीं। 1965 से 1972 के दौर में उन्होंने अधिकतर फिल्में एमजी रामचंद्रन के साथ ही की थीं।
अंग्रेजी और हिंदी फिल्म भी की
बहुत कम लोग जानते हैं कि जयललिता ने हिंदी और अंग्रेजी भाषा की फिल्में भी की हैं। जब वे स्कूल में पढ़ रही थीं तभी उन्होंने 'एपिसल' नाम की अंग्रेजी फिल्म में काम किया। उनकी एकमात्र हिंदी फिल्म 1968 में आयी। इस फिल्म में इजाजत नाम की इस फिल्म में उन्होंने उस दौर के सुपरस्टार हीमैन धर्मेंद्र के साथ काम किया था।
बोल्ड एक्ट्रेस के तौर पर पहचान
जयललिता की पहचान अपने समय की बोल्ड और बिंदास अभिनेत्री की है। वे दक्षिण भारत की पहली ऐसी अभिनेत्री थीं जिन्होंने स्कर्ट पहनकर फिल्मों में भूमिका निभाई थी। इसके अलावा भी वे शॉर्टस और दूसरी मार्डन ड्रेसेज में भी दिखाई दी थीं।
300 फिल्मों में किया अभिनय
तमिल सिनेमा में उन्होंने मशहूर निर्देशक श्रीधर की फिल्म 'वेन्नीरादई' से अपना करियर शुरू किया और लगभग 300 फिल्मों में काम किया। उन्होंने तमिल के अलावा उनकी ज्यादातर फिल्में बॉलीवुड अभिनेत्री रेखा के पिता शिवाजी गणेशन और एमजी रामचंद्रन के साथ ही आईं।
प्लेबैक सिंगिंग भी की
जयललिता अच्छी और कामयाब अभिनेत्री ही नहीं बल्कि कामयाब प्ले बैक सिंगर भी थीं। उन्होने दक्षिण की अनेक फिल्मों में बहुत से गीतों को अपनी आवाज दी। इतना ही नहीं उन्होंने कई नॉन फिल्मी एल्बम्स में भी अपनी आवाज दी और डिवोशनल गीत रिकॉर्ड कराए। सूर्यकांति और वीरम सहित उन्होंने करीब दस फिल्मों में प्लेबैक सिंगिंग की है।
जीवन पर बनी फिल्म
जयललिता के जीवन पर आधारित फिल्म भी बनी है। कहते हैं फिल्म इरुवर उनके जीवन पर आधारित थरी और उसमें ऐश्वर्या रॉय ने उनका किरदार निभाया था।
Spark-Bites News inextlive from Spark-Bites Desk
Interesting News inextlive from Interesting News Desk