-झांसी के मऊरानीपुर इंस्पेक्टर व हिस्ट्रीशीटर ब्लॉक प्रमुख के बीच बातचीत की ऑडियो क्लिप वायरल होने का मामला

- सस्पेंड इंस्पेक्टर को यूपी पुलिस से बर्खास्त करने की प्रक्रिया शुरू

LUCKNOW : झांसी के मऊरानीपुर थाने के इंस्पेक्टर व इलाके के हिस्ट्रीशीटर ब्लॉक प्रमुख के बीच बातचीत की ऑडियो क्लिप वायरल होने के बाद एनकाउंटर में मैनेजमेंट को लेकर उठे सवाल पर डीजीपी ने सफाई दी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जो भी एनकाउंटर हुए हैं, वह असली हैं और इनमें कोई फेक नहीं है। जहां तक इंस्पेक्टर मऊरानीपुर और एक हिस्ट्रीशीटर के बीच हुई बातचीत का सवाल है तो आरोपी इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है और अब उसे सेवा से बर्खास्त किया जाएगा।

यह था मामला

बीते शुक्रवार को मऊरानीपुर थाने की पुलिस की हिस्ट्रीशीटर लेखराज सिंह यादव व उसके साथियों के साथ मध्य प्रदेश सीमा के करीब मुठभेड़ हुई थी। जिसके बाद बताया गया कि लेखराज सिंह यादव और उसके साथी फरार होने में सफल रहे और फायरिंग में एक गोली इंस्पेक्टर मऊरानीपुर सुनीत कुमार सिंह के पैर में लगी। वहीं, इसके बाद सोशल मीडिया में एक ऑडियो क्लिप वायरल हो गई। जिसमें इंस्पेक्टर सिंह और हिस्ट्रीशीटर लेखराज सिंह यादव के बीच बातचीत हो रही है। इस ऑडियो क्लिप में हिस्ट्रीशीटर खुद को बचाने की गुहार लगा रहा है। इस पर दूसरी आवाज में खुद को भी अपराधी बताने वाले इंस्पेक्टर उसे एनकाउंटर स्कीम का हवाला देते हुए सलाह दे रहे हैं कि वह बीजेपी विधायक राजीव सिंह परीक्षा और जिलाध्यक्ष संजय दुबे को एनकाउंटर से बचने के लिये मैनेज कर लें। ऑडियो क्लिप वायरल होने पर शनिवार को इंस्पेक्टर सुनीत कुमार सिंह को सस्पेंड कर दिया गया था।

होगी बर्खास्तगी

एनकाउंटर में मैनेजमेंट की ऑडियो क्लिप वायरल होने पर विपक्षी दलों ने बीजेपी सरकार पर ही सवाल खड़े कर दिये थे। समाजवादी पार्टी ने आरोप लगाया था कि प्रदेश में हुए सभी एनकाउंटर फर्जी हैं और सरकार उनका ढिंढोरा पीट रही है। इस मामले में रविवार को डीजीपी ने कहा कि जैसे ही ऑडियो क्लिप के सोशल मीडिया पर वायरल होने की सूचना मिली आरोपी इंस्पेक्टर को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया था। उन्होंने बताया कि अब उसे बर्खास्त करने की प्रक्रिया चल रही है।