-ईदगाह के मैदान में समान नागरिक संहिता के खिलाफ किया प्रदर्शन

- मोदी सरकार पर सांप्रदायिक धुव्रीकरण करने का लगाया आरोप

>BAREILLY: सुन्नी समुदाय के उलमाओं और तमाम लोगों ने ने फ्राइडे को ईदगाह मैदान में समान नागरिक संहिता खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान उलमाओं ने शरीयत बचाओ आंदोलन करने का ऐलान किया। मोदी सरकार पर सांप्रदायिक धुव्रीकरण करने का भी आरोप लगाया। इस प्रदर्शन में तंजीम ऑल इंडिया जमात-ए-रजा मुस्तफा बरेली, तंजीम उलमा-ए-इस्लाम दिल्ली, रजा एकेडमी मुंबई समेत आधा दर्जन से अधिक सुन्नी संगठन के लोग इकट्ठा हुए। तीन तलाक को खत्म किए जाने के लॉ कमीशन के सवाल को उलमाओं ने शरीयत में दखल की कोशिश बताते हुए इसका विरोध किया।

शरीयत में बदलाव मंजूर नहीं

ऑल इंडिया जमात रजा-ए-मुस्तफा के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने कहा कि मोदी सरकार शरीयत में किसी तरह की दखल देगी तो इसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जब हर समुदाय के लोगों को अपनी किताब, परंपरा के अनुसार नागरिक कानून मानने की छूट है तो सिर्फ मुसलमानों के तलाक मसले के पीछे सरकार क्यों पड़ी है। शहर काजी मौलाना असजद रजा कादरी ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार लगातार मुसलमानों के जज्बातों के साथ खेल रही है।

हमारे कानून में न दें दखल

ऑल इंडिया तंजमी उलमा-ए-इस्लाम के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुफ्ती अशफाक कादरी ने कहा कि दरगाह के जिम्मेदारों की मीटिंग में यह तय हुआ है कि मोदी सरकार, लॉ कमीशन, कानून मंत्रालय को मुसलमानों के निजी कानून में दखल देने का कोई हक नहीं है। इस दौरान उलमाओं ने कहा कि लॉ कमीशन के सवाल का समय पर पूरा जवाब दिया जाएगा।