BAREILLY: आरयू ने बीबीए, बीसीए और एलएलबी में फेल स्टूडेंट्स के लिए स्पेशल बैक कंडक्ट कराने से साफ मना कर दिया है। आरयू का कहना है कि यूनिवर्सिटी में स्पेशल बैक का कोई नियम नहीं है। फेल स्टूडेंट्स रेगुलर तरीके से नेक्स्ट पेपर में बैक का एग्जाम देंगे। फेल स्टूडेंट्स काफी समय से स्पेलशल बैक की मांग कर रहे थे। मंडे को भी स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रार का घेराव किया था। ट्यूजडे को हुई एग्जामिनेशन कमेटी की मीटिंग में यह डिसिजन लिया ।

एमए इकोनॉमिक्स में नहीं आया अउट ऑफ सिलेबस से क्वेश्चंस

मेन एग्जाम्स के एमए इकोनॉमिक्स में कुछ क्वेश्चंस को आउट ऑफ सिलेबस से पूछे जाने का मुद्दा उठा था। आरयू ने उसे खारिज कर दिया है। आरयू ने बताया कि सभी क्वेश्चंस सिलेबस के अनुसार ही थे। वहीं फारसी में सिलेबस से बाहर से क्वेश्चंस पूछे जाने की बात स्वीकार की है। इसमें स्टूडेंट्स को बोनस अंक दिए जाएंगे। मेरठ के एक यूनिवर्सिटी से बीए करने वाले स्टूडेंट ने बीसीबी में एडमिशन लिया था। इसका रिजल्ट आरयू ने रोक दिया था। मीटिंग में यह डिसिजन लिया गया कि मामले का परीक्षण किया जाएगा कि स्टूडेंट ने कहीं डिस्टेंस एजुकेशन से यूजी तो नहीं किया। यदि उसकी मान्यता नहीं है तो एमए की डिग्री खारिज कर दी जाएगी। वहीं आरयू के एग्रीकल्चर के डीन राजेश चौहान का मामला भी उठा। वे आरएसएम धामपुर में नियुक्त हैं। उन्होंने अपनी पत्‍‌नी जो नॉन परमानेंट टीचर है उसे एक्स्टर्नल के रूप में लखनऊ भेज दिया था। आरयू ने उनके द्वारा दिए गए मा‌र्क्स को खारिज करते हुए राजेश चौहान से जवाब तलब किया है। इसके अलावा एसॉकॉलेज, शाहजहांपुर ने एक स्टूडेंट को पीजीडीसीए के इंप्रूवमेंट में दो बार अपीयर होने की परमीशन दे दी। जिस वजह से आरयू ने रिजल्ट रोक दिया था। इस संबंध में आरयू ने कॉलेज प्रिंसिपल से जवाब तलब किया है।