- त्योहार आते ही डग्गामार बसों ने पकड़ी रफ्तार

- परिवहन मंत्री के आदेश के बाद भी नहीं थमी रही डग्गामारी

- निगम को डेली पांच लाख का चूना लगा रहे हैं डग्गामार वाहन

- आरटीओ अधिकारियों की सांठ-गांठ से चल रहा है खेल

LUCKNOW: त्योहारों का सीजन आते ही सिटी में डग्गामार बसों की रफ्तार बढ़ गई है। विभिन्न शहरों के लिए राजधानी से बसों का संचालन किया जा रहा है। इन बसों के संचालन से परिवहन विभाग को रोजाना पांच लाख रुपए तक का नुकसान हो रहा है। यह हाल तब है जब डग्गामारी बसों का संचालन रोकने के लिए खुद परिवहन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति ने दो दिन पहले आदेश दिए। उसके बाद भी सिटी के कई इलाकों से डग्गामार बसों का संचालन दिन दहाड़े किया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार, आरटीओ ऑफिस के अधिकारियों की सांठ-गांठ की बदौलत यह धंधा तेजी से फलफूल रहा है।

गुरुवार को राजधानी के विभिन्न इलाकों से चल रही डग्गामार बसों और जीपों के बारे में आई नेक्स्ट ने पड़ताल की तो पता चला कि शहर से लगभग 80 अवैध गाडि़यों का संचालन विभिन्न शहरों के लिए हो रहा है। हैरानी की बात तो यह है कि इसकी जानकारी आरटीओ को भी है लेकिन वह चुपी साधे बैठा है।

पहला अड्डा- शनि मन्दिर

कैसरबाग बस अड्डे और परिवहन विभाग मुख्यालय से चंद कदमों की दूरी पर स्थित क्लार्क अवध होटल के पीछे से डग्गामार बसों का संचालन हो रहा है। सुबह शाम यहां पर बसें खड़ी हो जाती हैं। यहां से फैजाबाद, गोरखपुर, गोंडा, बाराबंकी, सफेदाबाद और बड़ा गांव के लिए बसों का संचालन होता है।

दूसरा अड्डा- केकसी पेट्रोल पंप

डग्गामारी बसों का दूसरा बड़ा अड्डा केकेसी पेट्रोल पंप के पास है। यहां से रायबरेली रूट पर डग्गामार बसों का संचालन किया जाता है। इस जगह से छोटी और बड़ी मिलाकर करीब 15 बसों का संचालन किया जा रहा है। इन बसों का टारगेट सुबह के समय ट्रेनों से चारबाग पहुंचने वाली यात्री होते हैं। केकेसी से मोहन लालगंज, बछरावां, अतरौली, कंकहा, रायबरेली तक बसों का संचालन होता है। केकेसी से रोजाना 20 जीपों का संचालन भी इस रूट पर किया जाता है।

तीसरा अड्डा- लाल पुल

सीतापुर रूट पर जाने वाली अवैध बसों का संचालन लाल पुल के पास से किया जाता है। यहां पर रोजाना 20 बसों का संचालन किया जाता है। इस समय यहां से रोजाना 8 बसों का संचालन अकेले दिल्ली तक किया जा रहा है। सिधौली, इटौंजा, सीतापुर, बरेली होते हुए बसें दिल्ली तक जाती हैं।

चौथा अड्डा- पिकैडली

वहीं कानपुर रोड पर अवैध बसों का संचालन पिकैडली के पास से किया जाता है। यहां से वॉल्वो बसों तक का संचालन अवैध रूप से हो रहा है। आस-पास के लोगों ने बताया कि यहां से लंबी दूरी की बसों का संचालन अधिक होता है। यहां से दिल्ली, बरेली, वाराणसी, कानपुर के लिए अवैध बसें संचालित की जाती हैं। रोजाना एक दर्जन से अधिक गाडि़यां इस रूट पर भेजी जाती हैं।

जल्द चलाया जाएगा अभियान

डग्गामारी कर रही गाडि़यों की जानकारी आरटीओ प्रवर्तन को दे सकते हैं। इसके खिलाफ जल्द ही एक बार फिर से अभियान चलाया जाएगा। यह सिर्फ राजस्व का मामला ही नहीं है बल्कि यात्रियों की सुरक्षा का मामला भी है। मंत्री जी के निर्देशों का पालन किया जाएगा।

वीके सिंह

अपर परिवहन आयुक्त प्रवर्तन

- इन नम्बरों पर करें कम्पलेन

आरटीओ अजय कुमार त्रिपाठी- 8005441020

आरटीओ इंफोर्समेंट- विदिशा सिंह- 8005441021

एआरटीओ इंफोर्समेंट- बृजेश कुमार अस्थाना- 8005441022

एआरटीओ इंफोर्समेंट- प्रवीण कुमार सिंह- 9453070565

एआरटीओ इंफोर्समेंट- आलोक- 8171751111

रोजाना हो रहा पांच लाख का नुकसान

परिवहन निगम के आरएम एके सिंह के अनुसार दो महीने पहले पॉलीटेक्निक के पास से अवैध बसों के संचालन को रोकने के लिए अभियान चलाया गया था जिसमें दस बसों समेत 8 छोटी गाडि़यां पकड़ी गई थी। उसके अगले दिन परिहवन निगम की दो लाख रुपये तक की इनकम बढ़ गई थी। ऐसे में यह अनुमान लगाया जा सकता है जब शहर में रोजाना सात दर्जन से अधिक अवैध गाडि़यों का संचालन हो रहा है तो हमें लगभग रोजाना पांच लाख रुपए की चपत लग रही है। बताया कि अवैध बसों के संचालन को रोकने के लिए आए दिन आरटीओ के अधिकारियों को पत्र लिखा जाता है लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती है।

मंडलायुक्त के निर्देश पर कुछ दिन पहले डग्गामारी के खिलाफ अभियान चला। दोबारा शहर में जाम लगने पर जिला प्रशासन और परिवहन निगम के अधिकारियों के साथ अभियान चला। डग्गामारी रोकने के आदेश के बावजूद इस पर लगाम नहीं लग पा रही है। इंफोर्समेंट अधिकारियों के साथ जल्द ही इस मामले में बैठक बुलाई जाएगी।

के रविन्द्र नायक

परिवहन आयुक्त