-यूपी 100 पर 7 हजार से बढ़कर रोजाना औसतन 13 हजार कॉल्स रजिस्टर्ड हो रही

-प्रदेश में 8 जनवरी से 17 अप्रैल तक सुसाइड की कोशिश के 3,2,49 केस दर्ज

BAREILLY:

हैलो यूपी 100, मैं फाईक एंक्लेव से बोल रहा हूं, मेरे भाई ने हाथ की नस काटकर जान देने की कोशिश की है, आप जल्दी आ जाओ। कुछ इसी तरह से यूपी 100 पर जिंदगी से मुंह मोड़ रहे लोगों को बचाने के लिए रोजाना हजारों इवेंट या कॉल्स आ रही हैं। सुसाइड करने की कोशिश करने वालों की मदद के लिए यूपी 100 पर बरेली समेत प्रदेश भर से रोजाना करीब 13 हजार कॉल्स दर्ज की जा रही हैं। यूपी 100 भी ऐसी कॉल्स आने पर बिना देरी किए मौके पर पहुंचकर लोगों की जान बचा रही है। इस साल 8 जनवरी से 17 अप्रैल 2017 तक यूपी 100 ने सुसाइड अटेंप्ट की कॉल के आंकड़े जारी किए हैं। इन 100 दिनों में सुसाइड की कोशिश के 3,249 कॉल्स दर्ज किए गए। इसमें 1 जनवरी से 2 अप्रैल तक कुल 85 दिनों में यूपी 100 ने सुसाइड की कोशिश करने वाले 295 लोगों को समय रहते हॉस्पिटल पहुंचाकर उनकी जान भी बचाई है।

केस 1-

17 अप्रैल 2017 को यूपी 100 को कॉलर ने सूचना दी कि गोल्डन ग्रीन पार्क में एडवोकेट के घर में नौकरानी ने जहर खा लिया है। सूचना पर तुरंत पीआरवी 159 मौके पर पहुंची और नौकरानी को तुरंत पास के हॉस्पिटल में एडमिट कराया। इससे नौकरानी की जान बच गई। नौकरानी ने सैलरी समय पर न देने का आरोप लगाया था।

केस 2-

2 अप्रैल 2017 को फाइक एंक्लेव में साबिर खान ने सूचना दी कि उसके भाई ने हाथ की नस काटकर सुसाइड का प्रयास किया है। सूचना पर तुरंत पीआरवी 166 मौके पर पहुंची तो देखा कि हैदर खून से लथपथ पड़ा था। हैदर ने अपने साथ 32 बोर की लोडेड लाइसेंसी रिवाल्वर व जहर की पुडि़या व लोहे की रॉड भी रखी थी। हैदर को तुरंत हॉस्पिटल में एडमिट कर जान बचाई गई।

दोगुनी हुई मदद की कॉल्स

यूपी 100 की शुरुआत बरेली समेत 11 डिस्ट्रिक्ट में 19 नवंबर 2016 से हुई थी। 8 जनवरी तक प्रदेश के सभी 75 जिलों में इसकी शुरुआत हो गई थी। समय बीतने के साथ ही यूपी 100 के बारे में लोगों की जानकारी भी बढ़ती गई और यूपी 100 के समय पर पहुंचने पर जनता का भरोसा भी बढ़ता गया। 8 जनवरी से 17 अप्रैल 2017 तक के आंकड़ों के मुताबिक यूपी 100 पर कॉल की संख्या करीब दो गुनी अधिक आनी शुरू हो गई हैं। जहां 8 जनवरी को रोजाना औसतन 7,800 कॉल्स दर्ज की जा रही थी। वहीं 100 दिन में बढ़कर यह आंकड़ा 13,452 तक पहुंच गया है। वहीं इन 100 दिन में यूपी 100 पर कुल 9,87,000 कॉल्स रजिस्टर्ड हुई। जिनमें 96 परसेंट माइनर केस की ही थीं।

हैंगिंग से सुसाइड की कोिशश ज्यादा

यूपी 100 के आंकड़ों पर गौर करें तो जिंदगी से मायूस होकर जान देने की कोशिश करने वालों ने फंदे पर लटकने को तरजीह दी। रजिस्टर्ड कॉल्स के मुताबिक ऐसे लोगों ने हैंगिंग यानी फंदे पर लटककर जान देने की ज्यादा कोशिशें कीं। बीते 100 दिनों में सुसाइड की कोशिश करने वालों के कुल 3,249 केसेज में 1004 ने हैंगिंग से सुसाइड की कोशिश की थीं। जबकि सबसे कम फायर आ‌र्म्स से सुसाइड की कोशिश के मामले आए हैं। फायर आ‌र्म्स से सुसाइड के सिर्फ 142 केस रजिस्टर्ड किए गए हैं।

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100 दिन में सुसाइड की कोशिश के केस

हैंगिंग-1004

फायर-620

प्वॉइजनिंग-585

जंपिंग इन वॉटर-365

ऑन रेलवे ट्रैक-317

शार्प वेपन-216,

फायर आ‌र्म्स-142

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