लखीमपुर: अब तक सरकारी एंबुलेंस से सवारी ढोने के किस्से तो आपने खूब सुन होंगे पर यूपी पुलिस के दो जवान उससे भी एक कदम आगे निकल गए। यहां क्राइम कंट्रोल की मुहिम में जुटी यूपी 100 की इनोवा गाड़ी बाकायदा लखनऊ तक की सवारियां ढोने में जुट गई। भंडाफोड़ तब हुआ जब चौराहे पर खड़े टैक्सी वाले इसका विरोध करने लगे। मामला तूल पकड़ते हुए भी देर नहीं लगी। कुछ ही घंटे में ये खबर सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गई। अफसरों के फोन घनघनाने लगे और एसपी डॉ. एस चनप्पा ने जांच में दोषी पाए गए दोनों सिपाहियों को निलंबित कर दिया। 
यहां तो सवारियां ढो रही है यूपी 100 की suv कार!

गुरुवार की सुबह पुलिस लाइन से यूपी 100 की एक इनोवा गाड़ी संख्या यूपी 32डीजी-2850 ने पुलिस लाइन से लखनऊ के लिए रवानगी की। इसमें सवार सिपाही रामभरोसे और धर्मेंद्र रावत सवार हुए और काले रंग की यह लग्जरी गाड़ी हूटर बजाती हुई सीतापुर रोड पर चल पड़ी। अभी ओवरब्रिज पार कर ये कार एलआरपी चौराहे पर ही पहुंची थी कि तभी गाड़ी ने पॉवर ब्रेक लेकर कार रोक दी। चौराहे पर खड़े लोग हक्का-बक्का रह गए, लेकिन वहां मंजर कुछ और ही नजर आने लगा। उसमें से उतरा एक सिपाही लखनऊ के लिए सवारियां बिठाने लगा, जो जरूरतमंद थे और बेहद जल्दी में थे ऐसे कुछ लोग लोग उस कार में बैठने लगे, लेकिन वहां पर पहले से खड़ीं अन्य टैक्सियों के ड्राइवर इसका विरोध करने लगे। मामला बढऩे लगा और भीड़ जमा होते भी देर नहीं लगी। कुछ लोग अपना मोबाइल निकाल कर गाड़ी की फोटो खींचने लगे तो कुछ वीडियो बनाने लगे। सिपाही गाड़ी वालों से तक कहने लगे कि वे केवल चायपानी का ही पैसा लेंगे इन सवारियों से किराया नहीं। इसी बीच ये मंजर और खबर सोशल मीडिया में वायरल होने लगी। खबरिया चैनल भी सक्रिय हो गए तो पुलिस के अफसर सन्न रह गए। एसपी ने पूरे मामले की विभागीय जांच भी बिठा दी है। ये गाड़ी सर्विसिंग के लिए लखनऊ भेजी गई थी जो वहां पहुंचने से पहले ही मीडिया की सुर्खियां बन गई।

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