-टीचर्स ने मांगों को लेकर हाईस्कूल व इंटर के एग्जाम की कॉपीज के मूल्यांकन का किया बहिष्कार

VARANASI: यूपी बोर्ड में इस टाइम कुछ भी अच्छा नहीं चल रहा है। एक ओर जहां वित्तविहीन स्कूल्स के टीचर्स ने अपने मानदेय की मांग को लेकर पहले दिन मूल्याकंन का बहिष्कार कर दिया, तो वहीं परिषदीय स्कूल्स का सेशन भी एक अप्रैल से स्टार्ट हो रहा है लेकिन बिना पुस्तकों के ही बच्चे ज्ञान अर्जित करने के लिए बाध्य होंगे। इन दोनों प्रॉब्लम्स को लेकर यूपी बोर्ड में उथल पुथल मचा हुआ है।

वित्तविहीन स्कूल्स के टीचर्स के मानदेय, तदर्थ शिक्षकों के विनियमितीकरण सहित विभिन्न मांगों को लेकर माध्यमिक स्कूल्स के शिक्षक एकजुट हैं। टीचर्स के विरोध के चलते पहले दिन सोमवार को आंसर कॉपी का मूल्यांकन नहीं हो सका। बता दें कि यूपी बोर्ड के हाईस्कूल व इंटर के एग्जाम की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन फ्0 मार्च से होना था। लेकिन वित्तविहीन स्कूल्स के शिक्षक मानदेय को लेकर मूल्यांकन के बहिष्कार पर अड़े हैं। ऐसे में डिस्ट्रिक्ट के पांच सेंटर्स जेपी मेहता इंटर कॉलेज, भारतीय शिक्षा मंदिर इंटर कॉलेज, हरिश्चंद्र इंटर कॉलेज, कमलाकर चौबे आदर्श इंटर कॉलेज में रूम के ताले नहीं खुले। एकमात्र सेंटर राजकीय क्वींस इंटर कॉलेज के मॉडल कापी जांचने का दावा किया जा रहा है।