-डीआईओएस ने यूपी बोर्ड एग्जाम में इंविजिलेटर्स की कमी पूरी करने के लिए मांगे परिषदीय स्कूल के टीचर्स

>BAREILLY: आगामी 16 मार्च से शुरू होने वाले यूपी बोर्ड एग्जाम की पुख्ता तैयारी के लिए अधिकारी परिषदीय स्कूल्स के बच्चों का भविष्य दांव पर लगाने को तैयार हैं। दरअसल, यूपी बोर्ड एग्जाम में इंविजिलेटर्स की कमी को देखते हुए डीआईओएस ऑफिस ने बीएसए को लेटर लिखकर बेसिक शिक्षा विभाग से टीचर्स मांगे हैं। ताकि, उन्हें इंविजिलेटर्स बनाया जा सके। सवाल यह कि परिषदीय स्कूल्स के टीचर्स यूपी बोर्ड में इंविजिलेटर्स बनेंगे तो परिषदीय स्कूल्स के स्टूडेंट्स को पढ़ाएगा कौन? ऐसे में परिषदीय स्कूल्स के बच्चों का भविष्य दांव पर लगा है।

डिस्ट्रिक्ट में 2700 टीचर्स

माध्यमिक शिक्षा विभाग के पास टीचर्स का टोटा है। विभाग की तीनों विंग गवर्नमेंट, एडेड और सेल्फ फाइनेंस कॉलेज के मिलाकर करीब 2700 टीचर्स हैं। जबकि बोर्ड एग्जाम में मानक के अनुसार विभाग को 40 स्टूडेंट्स पर दो इंविजिलेटर्स की तैनात करने हैं। इस हिसाब से माध्यमिक शिक्षा विभाग को करीब 4900 टीचर्स की जरूरत है। बोर्ड एग्जाम की गोपनीयता को बनाए रखने के लिए। ऐसे में विभाग के पास 2200 टीचर्स की कमी को किसी भी हाल में पूरा करने की चुनौती है। वरना एग्जाम की सुचिता बनाए रखना बहुत मुश्किल हाे जाएगा।

परिषदीय स्कूल होगी बेपटरी

यूपी बोर्ड एग्जाम में इंविजिलेटर्स की कमी को पूरा करने के लिए 2200 टीचर्स की कमी पूरी करने के लिए डीआईओएस ऑफिस ने बेसिक शिक्षा विभाग से मदद मांगी है। हर बार की तरह इस बार भी डीआईओएस ने बीएसए को लेटर लिखकर 2200 टीचर्स मुहैया कराने को कहा है। बेसिक शिक्षा विभाग ने इसकी अनुमति दे दी तो परिषदीय स्कूल्स की शिक्षा बेपटरी हो जाएगी। जब तक यूपी बोर्ड एग्जाम चलेंगे टीचर्स इंविजिलेटर्स की भूमिका में रहेंगे।

तैयारी नहीं हो पाएगी पूरी

मालूम हो कि इस बार मानव संसाधन मंत्रालय ने परिषदीय स्कूल्स में पांचवी और आठवीं के स्टूडेंट्स को फेल होने की स्थिति में फेल ही करने का फैसला किया है। अब पहले की तरह फेल होने वाले स्टूडेंट्स को पास नहीं माना जाएगा। ऐसी स्थिति में परिषदीय स्कूल के टीचर्स इंविजिलेटर्स बनें तो वहां अधूरा कोर्स कौन पूरा कराएगा। स्टूडेंट्स की मार्च या अप्रैल में होने परिषदीय स्कूल के एग्जाम की तैयारी पूरी नहीं हो पाएगी।

फीगर स्पीक

बेसिक श्िाक्षा विभाग

स्कूल्स-2891

स्टूडेंट्स-करीब साढ़े चार लाख

टीचर्स-करीब 11 हजार

माध्यमिक श्िाक्षा विभाग

कॉलेजेज-393

स्टूडेंट्स-97,803

टीचर्स-2700

माध्यमिक शिक्षा विभाग के पास जितने टीचर्स थे, अधिकांश की ड्यूटी बोर्ड एग्जाम में लगा दी है। इसके बाद भी दो हजार टीचर्स कम पड़ रहे हैं। इंविजिलेटर्स की कमी को पूरा करने के लिए बीएसए को लेटर लिखा गया है।

मुन्ने अली खां, डीआईओएस