- डीआईओएस ने बीकेटी इंटर कॉलेज के शिक्षक पर कार्रवाई

- निजी स्कूल्स के शिक्षकों के रिलिव न करने पर अगले साल नहीं बनेगे बोर्ड सेंटर्स

LUCKNOW : यूपी बोर्ड एग्जाम में बार-बार निर्देश दिए जाने के बाद भी कक्ष निरीक्षक के रूप में डयूटी न करना राजधानी के एक सहायता प्राप्त माध्यमिक इंटर कॉलेज के शिक्षक को महंगा पड़ गया। डीआईओएस उमेश कुमार त्रिपाठी ने शुक्रवार को शिक्षक की एक वेतनवृद्घि रोकने के आदेश जारी कर दिए। साथ ही कहा कि जो भी सरकारी व सहायता प्राप्त स्कूल के शिक्षक बोर्ड एग्जाम की डयूटी नहीं करेंगे, उनकी भी वेतनवृद्घि रोकी जाएगी। डीआईओएस ने बताया कि बक्शी का तालाब इंटर कॉलेज के शिक्षक कैलाश चंद्र की बोर्ड एग्जाम के लिए ड्यूटी कु हरावां इंटर कॉलेज में लगी थी। केंद्र व्यवस्थापक ने अवगत कराया कि कई बार सूचना भेजने के बाद भी शिक्षक कैलाश चंद्र डयूटी पर नहीं गए। यह एग्जाम के नियमों के विपरीत है। इसलिए उनकी एक वेतनवृद्घि रोकने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा भी जो सरकारी या सहायता प्राप्त स्कूल के शिक्षक एग्जाम ड्यूटी करने नहीं जा रहे हैं, उनको चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी।

शिक्षकों को रिलीव न करने वाले प्राइवेट स्कूल एग्जाम से होंगे ब्लैक लिस्ट

यूपी बोर्ड एग्जाम शुरू हुए एक सप्ताह से अधिक गुजर गया है। लेकिन एग्जाम सेंटर्स से कक्ष निरीक्षकों की कमी की शिकायतें लगातार आ रही हैं। एग्जाम में ज्यादातर कक्ष में एक-एक शिक्षक डयूटी कर रहे हैं। इसे गंभीरता से लेते हुए डीआईओएस ने निर्देश दिए हैं कि यूपी बोर्ड से मान्यता प्राप्त जो भी स्कूल अपने शिक्षकों को बोर्ड एग्जाम के लिए रिलीव नहीं कर रहे, उन्हें सभी एग्जाम से ब्लैक लिस्ट किया जाएगा। साथ ही जो शिक्षक डयूटी पर नहीं आ रहे, उनका मानदेय रोकने और उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।