माध्यमिक शिक्षा परिषद ने जारी नहीं कर सका यूपी बोर्ड का रिजल्ट

पिछले साल 15 मई को जारी हुआ, सीबीएसई बोर्ड से 13 दिन पहले

BAREILLY :

एग्जाम खत्म होने के बाद स्टूडेंट्स बेसब्री से रिजल्ट का इंतजार करते हैं। लेकिन इस बार माध्यमिक शिक्षा परिषद की सुस्ती से यूपी बोर्ड के स्टूडेंट्स का यह इंतजार लंबा खिंचता जा रहा है। लास्ट ईयर माध्यमिक शिक्षा विभाग ने सीबीएसई को पछाड़ते हुए 13 दिन पहले ही 15 मई को रिजल्ट डिक्लेयर कर रिकार्ड बना डाला था। इस बार मई खत्म होने में महज पांच दिन बचे हैं, लेकिन रिजल्ट जारी करने की तारीख तक तय न हो सकी है। वहीं सीबीएसई बोर्ड के हाईस्कूल के रिजल्ट मई के आखिरी हफ्ते में डिक्लेयर होने की उम्मीद है। इससे पिछले साल की तरह इस बार यूपी बोर्ड का रिजल्ट सीबीएसई से पहले डिक्लेयर होने की आस खत्म होती जा रही है।

97,803 स्टूडेंट्स परेशान

यूपी बोर्ड के 2016-17 एग्जाम में अपीयर होने के लिए डिस्ट्रिक्ट के 97,803 स्टूडेंट्स ने एनरोलमेंट कराया। इनमें हाईस्कूल के 54,134 स्टूडेंट्स रेगुलर और 1,845 प्राइवेट थे। वहीं, इंटर के 39,136 रेगुलर और 2,688 स्टूडेंट्स प्राइवेट थे। चुनाव के चलते लास्ट ईयर के मुकाबले यूपी बोर्ड के एग्जाम 26 दिन देरी से स्टार्ट हुए। लेकिन पिछले वर्ष की तुलना में एग्जाम तीन दिन के अंतर पर ही खत्म हो गए। रिजल्ट में हो रही देरी के चलते 97,803 स्टूडेंट्स हर दिन परेशान हैं।

दो दिन बढ़ा मूल्यांकन

माध्यमिक शिक्षा परिषद के निर्देश पर माध्यमिक शिक्षा विभाग ने 27 अप्रैल से मूल्यांकन शुरू कराया। साथ ही एग्जामिनर्स को 11 मई तक मूल्यांकन खत्म करने के निर्देश दिए। लेकिन, इस दौरान शाहजहांपुर के डीआईओएस ने साइंस की 2200 कॉपियां मूल्यांकन के लिए बरेली भेज दीं। इस कारण माध्यमिक शिक्षा विभाग को मूल्यांकन दो दिन आगे बढ़ाना पड़ा।

तो और बढ़ेगी टेंशन

शिक्षाविदें का कहना है कि अभी यूपी बोर्ड का रिजल्ट इतना लेट नहीं हुआ है कि स्टूडेंट्स को दिक्कतें हों। लेकिन अगर रिजल्ट 10 से 15 दिन और लेट होता है, तो स्टूडेंट्स को खासी परेशानी हो जाएगीं। वजह, सभी प्रतियोगी एग्जाम्स में रिजल्ट आने और काउंसलिंग की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। तब मार्कशीट नहीं होने के कारण स्टूडेंट्स को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

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फिगर स्पीक्स

एग्जाम के लिए एनरोल्ड स्टूडेंट्स

हाईस्कूल रेगुलर-54,134

हाईस्कूल प्राइवेट-1,845

इंटर रेगुलर-39,136

इंटर प्राइवेट-2,688

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